00 हिंदी हैं हम | अपनों की भाषा... सपनों की भाषा | हिंदी पढ़े | हिंदी बोलें | हिंदी सीखें | गर्व करें

मातृभाषा से दोस्ती एक कृतज्ञ समाज की जरूरत होती है और इसी कड़ी में अमर उजाला की तरफ से एक विनम्र कोशिश है 'हिंदी हैं हम'। मातृभाषा से दिल का रिश्ता हो तो हमारी संवेदनाओं को पंख मिलते हैं, सपनों को उड़ान मिलती है और हमें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए मिलते हैं शब्द।

अमर उजाला के पाठकों के लिए 'हिंदी हैं हम' एक ऐसा मंच है, जहां हम सब मिलकर लिख सकते हैं उम्मीद की एक नई वर्णमाला। इससे जुड़कर आप अपनी मातृभाषा से प्रेम का परिचय दे सकते हैं, अपने शब्द सामर्थ्य से सबका दिल जीत सकते हैं। इसका हिस्सा बनने के लिए आपको बस 30 सेकंड का अपना वीडियो रिकॉर्ड करके भेजना है।

इस अभियान में बच्चे जुड़ सकते हैं, युवा भी हिस्सा ले सकते हैं। दादा-दादियों और नाना-नानियों का भी स्वागत है। बड़ों की मदद से बच्चे रिकॉर्डिंग करें और अपने दादा-दादी या नाना-नानी की मदद भी करें। ये वीडियो आप हमारे व्हाट्सएप नंबर पर भेजें (9711616205) या ऑनलाइन अपलोड करें। हर वर्ग में हर हफ्ते प्रमाणपत्र और किताबों सहित उपहार घोषित होंगे। श्रृंखला पूरे छह सप्ताह चलेगी। चुने हुए प्रतिभागियों को हिंदी माह सितंबर के दौरान मातृभाषा पर विशेष वेबिनार में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा और वे अमर उजाला अभियान के विशेष साथी नामित होंगे।

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