छात्रवृत्ति से दें अपने ...
अगर आप भी पढ़-लिख कर अपने सपनों को साकार करना ...
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अशोक की समझदारी और सतर्कता के चलते उसकी छोटी बहन की कच्ची उम्र में ही ब्याह दिये जाने से बच गयी और उसकी पढ़ाई भी जारी रह सकी। नौकरी से ...
Read more →दामू पुरवा गांव की आशा बहू रामरानी के चेहरे पर पश्चाताप साफ नजर आता है। वह बताती हैं कि आज वह दुनिया को बाल विवाह के खतरों के बारे में ...
Read more →अतीत चाहे कितना ही घायल हो और वर्तमान कितना ही संघर्षपूर्ण, लेकिन भविष्य के सपने हमेशा गुलाबी होने चाहिए। उर्मिला शुक्ला की सच्ची कहानी हमें यही सबक देती है। उर्मिला कुछ ...
Read more →कुसुम अभी दसवीं में पढ़ ही रही थी कि उसके किसान पिता की तबीयत ऐसी खराब हुई कि उन्होंने खाट ही पकड़ ली। कुसुम ने किसी तरह दसवीं तो पास ...
Read more →तुलसीपुर गांव की ममता मिश्रा भुक्तभोगी हैं। खुद उनकी शादी सोलह बरस की कच्ची उम्र में हो गई थी। उसका असर उन्होंने अपनी सेहत, अपने आत्मसम्मान और अपने वज़ूद पर ...
Read more →गांव के सब लोग कह रहे थे कि जल्दी से सुमन की शादी कर दो। मां-पिता इसके लिए तैयार हो गये थे लेकिन सुमन अड़ गयी कि पढ़-लिख कर कुछ ...
Read more →पिता जिस तरह हाड़तोड़ मेहनत कर अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए पैसे जुटा रहे हैं उसे देख सबीना का दिल मसोस उठता था। घर की आमदनी का जरिया मजूरी ...
Read more →भले ही यूपी का श्रावस्ती जिला बाल विवाह की सबसे ऊंची दर के लिए देश भर में कुख्यात हो, लेकिन उसी जिले के सोनरई गांव में एक वयोवृद्ध हैं जिनकी ...
Read more →अपने जीवन के दुखों से पक्की सीख लेकर गीता देवी ने तय कर रखा है कि तीनों बेटियों की शादी किसी भी कीमत में कच्ची उम्र में नहीं करेंगी। बड़ी ...
Read more →राधेश्याम एक टीचर हैं और गांव के हालात को देखकर दुखी हैं। जब वे कक्षा में बच्चों को पढ़ाते हैं तो उन्हें पता होता है कि सामने बैठे हर दसवें ...
Read more →अगर आप भी पढ़-लिख कर अपने सपनों को साकार करना ...
In a empowering session of the Amar Ujala Foundation's initiative, ...
On World Blood Donor Day, Amar Ujala Foundation, in collaboration ...