मातृभाषा से दोस्ती एक कृतज्ञ समाज की जरूरत होती है और इसी कड़ी में अमर उजाला की तरफ से एक विनम्र कोशिश है 'हिंदी हैं हम'। मातृभाषा से दिल का रिश्ता हो तो हमारी संवेदनाओं को पंख मिलते हैं, सपनों को उड़ान मिलती है और हमें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए मिलते हैं शब्द।
अपने विचारों, भावनाओं और संवेदनाओं को व्यक्त करने का सबसे सशक्त माध्यम मातृभाषा है। इसी के जरिये हम अपनी बात को सहजता और सुगमता से दूसरों तक पहुंचा पाते हैं। हिंदी की लोकप्रियता और पाठकों से उसके दिली रिश्तों को देखते हुए अमर उजाला ने ‘हिंदी हैं हम’ अभियान का शुभारंभ किया है। यह एक ऐसा मंच होगा, जिससे जुड़कर हमारे पाठक मातृभाषा को और समृद्धशाली बना सकते हैं।