यूनिसेफ के फेयर स्टार्ट अभियान के तहत मंगलवार, 05 जुलाई, 2016 को फरीदाबाद के अरावली की वादियों में स्थित होटल राजहंस में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें यूनिसेफ की गुडविल एंबेसडर एवं फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने ‘अमर उजाला फाउंडेशन’ से जुड़ी बेटियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रु-ब-रु हुई और उनके सवालों का जवाब दिया। दिल्ली के इंपीरियल होटल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रियंका चोपड़ा ने फरीदाबाद की बेटियों से बातचीत की।
कार्यक्रम में प्रियंका से बातचीत करके सभी बच्चियां काफी उत्साहित दिखीं। पहली बार ऐसा कार्यक्रम हुआ, जिसमें अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से बच्चियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रियंका चोपड़ा से बातचीत करने का मौका मिला। बेटियों ने प्रियंका से उन बातों पर चर्चा की, जिन्हें वे अपने आसपास देखती हैं। इसके अलावा समाज में बेटियों से जुड़ी समस्याओं के तमाम पहलुओं पर भी प्रियंका के साथ साझा किया।
तमन्ना (विद्या मंदिर स्कूल) : अधिकांश घरों में देखा जाता है कि लड़कियों को बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ जाती है, जबकि लड़के पढ़ते रहते हैं।
प्रियंका : ऐसा इसलिए होता है कि आज भी समाज में यह सोच है कि लड़कियों को बड़े होकर शादी करके ससुराल जाकर घर संभालना है, वे पढ़ लिखकर क्या करेंगी। जबकि लड़का नौकरी करके घर का सहारा बनेगा। हमें यह सोच बदलनी होगी।