छात्रवृत्ति से दें अपने ...
अगर आप भी पढ़-लिख कर अपने सपनों को साकार करना ...
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अशोक की समझदारी और सतर्कता के चलते उसकी छोटी बहन की कच्ची उम्र में ही ब्याह दिये जाने से बच गयी और उसकी पढ़ाई भी जारी रह सकी। नौकरी से ...
Read more →अतीत चाहे कितना ही घायल हो और वर्तमान कितना ही संघर्षपूर्ण, लेकिन भविष्य के सपने हमेशा गुलाबी होने चाहिए। उर्मिला शुक्ला की सच्ची कहानी हमें यही सबक देती है। उर्मिला कुछ ...
Read more →सात बेटों और दो बेटिओं के पिता लालमणि विश्वकर्मा ने अपनी बड़ी बेटी की शादी 18 साल की उम्र में ही की थी। लेकिन उसे भी अपनी दसवीं की पढ़ाई ...
Read more →वकील लखाई खास गांव की खासियत भी यही है कि यहां की लड़कियों की शादी 16-17 तक कर दी जाती है। सामाजिक दबाव और आर्थिक मजबूरियों ने रोली मिश्रा को ...
Read more →श्रावस्ती के शाहपुर बरगदवा गांव के राम मुनेश्वर की एक बेटी बीएसी करके एएनएम का कोर्स कर रही है। इंटर पास करके आई बड़ी बहू सुशीला को भी उन्होंने ...
Read more →बचपन में ही मां के गुजर जाने के बाद पारुल को उसकी दादी ने पाला-पोसा। आज 15 साल की पारुल आगे पढ़ने की ख्वाहिशमंद है और दादी की जिद है ...
Read more →श्रावस्ती। ‘स्मार्ट बेटियां’ परियोजना के तहत 75 बेटियों को यूनिसेफ, अमर उजाला फाउंडेशन, जयशंकर मेमोरियल सेंटर और गूगल के साझा प्रयासों से पत्रकारीय लेखन और वीडियो रिपोर्टिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बाल-विवाह, दहेज प्रथा, लैंगिक भेदभाव, ...
Read more →अगर आप भी पढ़-लिख कर अपने सपनों को साकार करना ...
In a empowering session of the Amar Ujala Foundation's initiative, ...
On World Blood Donor Day, Amar Ujala Foundation, in collaboration ...