अमर उजाला और बाल चित्र समिति की ओर से बुधवार, 14 नवम्बर से सात दिवसीय बाल फिल्म महोत्सव शुरू हुआ। कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल और अर्जुन अवार्डी अंतरराष्ट्रीय पहलवान अलका तोमर ने महोत्सव का शुभारंभ किया। रेलवे रोड चौराहा स्थित केके इंटर कॉलेज में कार्यक्रम हुआ। महोत्सव की पहली फिल्म राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित अभय रही। फिल्म देखकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। दोपहर को सेठ बीके माहेश्वरी गर्ल्स इंटर कॉलेज में छात्राओं को फिल्म दिखाई गई।
फिल्म महोत्सव में एक हजार से ज्यादा छात्रों ने अभय फिल्म देखकर मनोरंजन का तो लुत्फ उठाया ही साथ ही फिल्म से अच्छी सीख भी ली। अमर उजाला परिवार की तरफ से बच्चों को बाल फिल्मों का महत्व बताते हुए इन फिल्मों को दिखाने का मकसद बताया गया। बच्चों को बताया कि सिर्फ किताबी शिक्षा तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। सामाजिक शिक्षा भी बहुत जरूरी है। अमर उजाला का प्रयास है कि ज्ञान की ये रोशनी गांव-गांव तक पहुंचाई जाए। इस मौके पर कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि अगर उजाला का ये प्रयास बच्चों को नई राह दिखाएगा। अर्जुन अवार्डी अलका तोमर ने कहा कि गांवों में बच्चों तक ऐसी शिक्षा नहीं मिल पाती है। ऐसे में इस तरह की फिल्मों के जरिए अमर उजाला एक नई अलख जगा रहा है। प्रधानाचार्य डॉ. वीर बहादुर सिंह ने आयोजन की तारीफ करते हुए कहा कि बच्चों ने फिल्म देखकर आगे भी ऐसे आयोजन की मांग की है। स्कूल के समीर कुमार मंडल, उदित सैनी, पूरन शर्मा, पीयूष पाल शर्मा, सुंदर सिंह, अनुपम आदि का सहयोग रहा।
आज मवाना में दिखाई जाएंगी फिल्में
आज सात बजे मवाना में कृषक इंटर कॉलेज में सुबह नौ बजे फिल्म दिखाई जाएगी। इसके बाद दोपहर को 1 बजे एएएस इंटर कॉलेज मवाना में फिल्म दिखाई जाएगी। रात को भैंसा गांव में ग्राम प्रधान के आवास पर बच्चों और लोगों को फिल्म दिखाई जाएगी।
ऐसी फिल्म पहले नहीं देखी
दोपहर को सेठ बीके माहेश्वरी गर्ल्स इंटर कॉलेज में छात्राओं ने फिल्म देखने के बाद बताया कि ऐसी फिल्म पहले नहीं देखी थी। इससे बहुत सीखने को मिला है। प्रधानाचार्या दुर्गेश माहेश्वरी ने कहा कि अमर उजाला का ये अभियान बच्चों के लिए जिंदगी भर का पाठ है। इस मौके पर प्रीति राणा, पूनम, मधुबाला, सुषमा गुप्ता, शबाना और मधुबाला का सहयोग रहा।
ये दिखाई जाएंगी फिल्में
करामाती कोट, मल्ली, उड़न छू, चरणदास चोर, छोटा सिपाही, एक अजूबा, हंगामा बांबे स्टाइल, कभी पास कभी फेल, महक मिर्जा, संडे, अभय, मन से गिरा, छू लेंगे आकाश, छुटकन की महाभारत, हेलो, हेडा डोडा, ये है छक्कड़-बक्कड़ बम्बे बो, अभी कल ही की बात है, भागो भूत, लाडली, अनोखा, मिट्टी और चांद, कुत्ते की कहानी।