साहित्य के सम्मान हेतु अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए अमर उजाला इस साल से साहित्य अलंकरण अमर उजाला शब्द सम्मान की शुरुआत कर रहा है। सतत रचनात्मकता के लिए हिन्दी और एक अन्य भारतीय भाषा में पांच-पांच लाख रुपए के दो सर्वोच्च अलंकरण दिए जाएंगे और साथ ही वर्ष की सर्वश्रेष्ठ कृतियों का साथ भारतीय भाषाओं में अनुवाद के लिए एक-एक लाख रुपए के सम्मान प्रदान किए जाएंगे। अमर उजाला ने कुल मिलाकर 15 लाख रुपए के सात शब्द साधना सम्मान स्थापित किए हैं।
नए साहित्यकारों का जन्म होगा…
अमर उजाला की साहित्य के लिए की गयी इस पहल के पोस्टर जारी करते हुए वरिष्ठ साहित्यकारों ने इसे मील का पत्थर बताया है। साहित्यकार रस्किन बांड ने कहा कि, “इससे साहित्यकारों को नई ऊर्जा और प्रेरणा मिलेगी। अमर उजाला की यह पहल दूर तलक जाएगी।”
नयनतारा सहगल ने कहा कि, “इस पहल से साहित्य को नई ऊर्जा और साहित्यकारों को नई बेहतर मंच मिलेगा। नए साहित्यकारों का जन्म होगा।”
वहीं प्रसिद्ध साहित्यकार गोपालदास नीरज ने कहा कि, “इस पुरस्कार से युवा रचनाकारों के साथ-साथ स्थापित सृजनकर्ताओं को भी एक नई पहचान मिलेगी। साथ ही नई पीढ़ी साहित्यकारों से परिचित हो सकेगी।”
इस पहल की सराहना की…
इनके साथ-साथ साहित्यकार नामवर सिंह, तस्लीमा नसरीन, रामदरश मिश्र ने दिल्ली, काशीनाथ सिंह ने वाराणसी, लीलाधर जगूड़ी ने देहरादून, शम्सुर्रहमान फारूकी ने इलाहबाद, सुरजीत पातर ने चंडीगढ़, शेखर जोशी ने लखनऊ, काजी अब्दुल सत्तार ने अलीगढ़ में पोस्टर जारी करते हुए इस पहल की सराहना की।
अमर उजाला शब्द सम्मान प्रस्ताव पत्र डाउनलोड करने के लिए https://www.amarujala.com/shabdsammanc पर क्लिक करें.