अमर उजाला फाउंडेशन के अपराजिता अभियान के तहत रविवार, 14 अप्रैल, 2019 को महराजगंज के मिठौरा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में ‘सेहत की पाठशाला’ का आयोजन किया गया। इस दौरान विशेषज्ञ चिकित्सकों ने छात्राओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करते हुए कहा कि बेटियां सेहतमंद रहेंगी तभी पढ़ेंगी और बढ़ेंगी। उन्होंने छात्राओं को योगाभ्यास का सुझाव दिया। खानपान, साफ-सफाई समेत अन्य बिंदुओं की भी जानकारी दी गई।
सेहत की पाठशाला में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद केएमसी नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ. भानू प्रिया ने कहा कि स्वास्थ्य का मतलब सिर्फ शारीरिक रूप से दुरूस्त और बीमारी मुक्त होना नहीं, बल्कि एक व्यक्ति का समग्र विकास होना चाहिए। शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आपको हर दिन उचित आहार लेना चाहिए। सप्ताह में दो दिन पौष्टिक आहार और बाकी दिन जंक फूड खाकर स्वस्थ नहीं रह सकते हैं। उन्होंने बालिकाओं को अन्य महत्वूपर्ण बिंदुओं पर जानकारी दी। उनके सवालों का जवाब भी दिया।
मिठौरा सीएचसी के डॉ. प्रभात रंजन ने कहा कि स्वस्थ और अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखना जरूरी है। पोषक तत्वों से भरा समृद्ध आहार के अलावा पर्याप्त नींद और व्यायाम भी जरूरी है। स्वास्थ्य परामर्शदाता विजय लक्ष्मी ने कहा कि सेहत और तंदुरुस्ती सुखद जीवन की कुंजी है। अच्छी सेहत वास्तविक धन है। आईटीएम चेहरी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. डीसी कुशवाहा ने छात्रा को हाथ धुलवा कर यह समझाने का प्रयास किया कि सफाई जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास होता है।
डॉ. धनंजय ने कहा कि तंदुरुस्ती हमें बिना सुस्ती, बिना थकान और बेचैनी के हमेशा अपनी गतिविधियों के प्रदर्शन करने के योग्य बनाता है। इस दौरान वार्डेन चित्रलेखा, सीमा, साधना दूबे, दीनानाथ, हरिकेश पांडेय आदि मौजूद रहे। अंत में नारी गरिमा के लिए शपथ दिलाई गई।
छात्रा खुशी ने कहा कि सेहत की पाठशाला में स्वस्थ्य रहने की जानकारी मिली। ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन होने से ज्ञानवर्धन होता है। बेटियों के लिए सेहत के बारें में जानकारी देने की यह मुहिम बेहतर है।
प्रीति ने कहा कि शर्म छोडक़र घरवालों को अपनी पीड़ा के बारे में खुलकर बताऊंगी। छात्राओं को बेहतर जानकारी देने वाला यह आयोजन सराहनीय है। पूछे गए सवालों का सटीक जवाब मिला। साथ ही विस्तार से जानकारी दी गई।
सहाना खातून का कहना है कि परेशानियां सहने पर इसके दुष्परिणामों की जानकारी नहीं थी। डॉक्टरों ने बेहतर ढंग से समझाया और सुझाव दिया। उनकी ओर से मिली जानकारी सहेलियों को भी बताऊंगी।
छात्रा सोनी ने कहा कि खानपान में लापरवाही बरतने से होने वाली दिक्कत के बारें में बताया गया। संतुलित भोजन, साफ-सफाई आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। सचमुच में सेहत की पाठशाला से बेटियां स्वस्थ्य रहेंगी।