अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से स्वस्थ शरीर सुरक्षित जीवन के तहत निघासन (लखीमपुर खीरी) के तराई क्षेत्र स्थित ग्राम मूड़ा बुजुर्ग में बुधवार, 13 फरवरी, 2019 को स्वास्थ्य शिविर लगाया गया, जिसमें 593 लोगों का परीक्षण कर उन्हें निशुल्क दवाएं दी गईं। परीक्षण में पाया गया कि तराई में लोगों को पीने का पानी शुद्ध नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनमें त्वचा व गठिया रोग की शिकायत बढ़ रही है।
उच्च प्राथमिक विद्यालय, मूड़ा बुजुर्ग परिसर में लगे शिविर में सुबह नौ बजे से ही लोग पहुंचने लगे थे। लगभग 11.30 बजे एसडीएम निघासन केशवराम गुप्ता ने शिविर का उद्घाटन किया। इसके बाद एक-एक कर मरीजों का परीक्षण शुरू हुआ। नोएडा से आई मोबाइल वैन के द्वारा रक्त परीक्षण कर रिपोर्ट भी मौके पर मुहैया कराई गई। इनमें 382 महिलाएं शामिल रहीं। शिविर में मूड़ा बुजुर्ग, महाराजनगर, बबुरी, छोटानीपुरवा, हरसिंहपुर, बिनौरा, शंकरगौढ़ी, सरपतहा, नन्तोआ, मुन्नापुरवा, हरसरनपुरवा, तारानगर, पांडेपुरवा, रानीगंज, सिसाइनपुरवा, पचपेड़ी, घमइया चाट, निशातनगर, प्रतागढ़, सुतिया सहित करीब तीस गांवों के मरीजों ने शिविर का लाभ उठाया।
चिकित्सकों ने बताया कि शिविर में गठिया और त्वचा संबंधी रोग के अधिक मरीज मिले। इनमें शरीर पर दाने होना, खुजली और दाद आदि रोग प्रमुख रहे। इसके अलावा पेट दर्द, बुखार और पेट संबंधी अन्य रोगों से ग्रसित मरीज भी थे। साथ ही दंत और नेत्र रोगी भी काफी तादाद में मिले। डॉक्टरों ने बताया कि मरीजों में यह बीमारियां बाढ़ प्रभावित क्षेत्र होने और शुद्ध पानी न मिलने की वजह से हो रही हैं।
डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने अमर उजाला के स्वास्थ्य शिविर की सराहना की है। साथ ही शुद्ध पानी न मिलने की वजह से रोग बढ़ने की जानकारी पर उन्होंने कहा कि वह इसकी जांच जल निगम की टीम भेजकर करवाएंगे। रिपोर्ट मिलने के बाद क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पानी मिले, इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।