अमर उजाला फाउंडेशन और बाल चित्र समिति की ओर से बाल फिल्म महोत्सव के तहत मंगलवार, 18 दिसम्बर, 2018 को मिर्जापुर के जमालपुर ब्लॉक के दो विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को बाल फिल्म दिखाई गई। अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से पुरस्कृत बाल फिल्में देखकर बच्चे चहक उठे। इस दौरान बच्चों ने कहा कि ऐसी फिल्में उन्हें नई सीख देतीं हैं जिन्हें सीखकर वे जीवन में आगे बढ़ सकते हैं। शिक्षित व संस्कारवान भी बनाती हैं। इस दौरान छह सौ से अधिक छात्र-छात्राओं ने फिल्म का लुत्फ उठाया।
इस दौरान जमालपुर के खेमईबरी स्थित परिषदीय विद्यालय के 350 बच्चों को बाल फिल्म छोटा सिपाही दिखाई गई। इसके बाद पूर्व माध्यमिक कन्या विद्यालय जमालपुर में 250 बच्चों को बाल फिल्म मल्ली के माध्यम से गरीब की बेटी के बारे में जानकारी दी गई। विद्यालय के बच्चों को फिल्म काफी पसंद आई। अमर उजाला परिवार की तरफ से बच्चों को बाल फिल्मों का महत्व बताते हुए इन फिल्मों को दिखाने का मकसद बताया गया। बच्चों को बताया कि सिर्फ किताबी शिक्षा तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। सामाजिक शिक्षा भी बहुत जरूरी है।
- छोटा सिपाही फिल्म से संदेश मिला कि आत्मविश्वास जरूरी है। - अंकिता
- छोटा सिपाही फिल्म देखकर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। - प्राची श्रीवास्तव
- बाल फिल्म मल्ली जैसी फिल्म पहले नहीं देखी थी। इससे बहुत कुछ सीखने को मिला है। - काजल कुमारी