अमर उजाला फाउंडेशन व बाल चित्र समिति के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार, 22 दिसम्बर, 2018 को मिर्जापुर के चुनार स्थित तीन विद्यालयों में बाल फिल्म महोत्सव के तहत बाल फिल्में प्रदर्शित की गईं। इन्हें देखकर बच्चों ने संस्कार सहित जीवन में कुछ अलग करने की सीख हासिल की। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत बाल फिल्मों को देखने के लिए विद्यालयों में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए।
चुनार के लोवर लाइन मुहल्ला स्थित चुनार पब्लिक स्कूल में लगभग 350 छात्र-छात्राओं के बीच छोटा सिपाही बाल फिल्म दिखाई गई। नागरपुर मुहल्ला स्थित डॉ. सविता मेमोरियल ग्लोबल एकेडमी स्कूल में लगभग चार सौ विद्यार्थियों के बीच बाल फिल्म एक अजूबा दिखाई गई। वहीं दुर्गा जी मोड़ स्थित द रेडिएंट स्कूल में करीब दो सौ बच्चों को बाल फिल्म करामाती कोट दिखाई गई। फिल्म देखने के बाद बच्चों ने देश के प्रति समर्पण भाव रखने सहित अंधविश्वास से दूर रहकर आत्म विश्वास से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता हासिल करने व परिश्रम कर जीवन में आगे बढ़ने का संकल्प लिया।
छोटा सिपाही से प्रेरणा मिली कि हम सभी को अपने देश में प्रति समर्पण भाव रखना जरूरी है। - अल्का यादव
एक अजूबा फिल्म प्रेरणा देती है कि अंध विश्वास से दूर रहकर हमें आत्म विश्वास के साथ जीना चाहिए। - हर्ष कुमार
बाल फिल्म करामाती कोट से प्रेरणा मिली कि सफलता हासिल करने के परिश्रम जरूरी है। - विभूति विश्वकर्मा