अमर उजाला फाउंडेशन और बाल चित्र समिति की ओर से आयोजित फिल्म महोत्सव में सोमवार, 17 दिसम्बर, 2018 को मिर्जापुर के तीन विद्यालयों में बाल फिल्में दिखाई गई। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से पुरस्कृत बाल फिल्मों को देख बच्चे खुशी से झूम उठे। कहा कि ऐसी बाल फिल्में कुछ अलग करने की प्रेरणा देती हैं। कार्यक्रम के तहत विंध्याचल रोड स्थित सेठ द्वारका प्रसाद बजाज एजूकेशन में चार सौ बच्चों को बाल फिल्म एक अजूबा दिखाई गई।
बाल फिल्म एक अजूबा का मुख्य किरदार अपने चरित्र से बच्चों के मन में बसे भूत-प्रेतों के डर को भगाता है जो बच्चों को काफी पसंद आई। नगर के महुवरिया स्थित किड्स इंटरनेशनल स्कूल में डेढ़ सौ बच्चों ने बाल फिल्म छोटा सिपाही देखी। फिल्म के माध्यम से बच्चों ने नई-नई जानकारियां हासिल की। वहीं अपने लक्ष्य तक पहुंचने में पढ़ाई के साथ संस्कार के महत्व को भी जाना। लोहिया तालाब स्थित स्वामी रामतीर्थ बेसिक प्राथमिक पाठशाला में 60 विद्यार्थियों को बाल फिल्म करामती कोट दिखाई गई। बाल फिल्म देखने के बाद विद्यार्थी खुशी से झूम उठे।
बाल फिल्म ने संदेश दिया कि विश्वास से ज्यादा आत्मविश्वास जरूरी है। - सांवी
बेहतरीन बाल फिल्म मन में कुछ अलग व नया करने का जज्बा पैदा करती है। - आदित्य प्रताप सिंह
यह फिल्म बहुत ही अच्छी रही और इससे ज्ञान वर्धक बातें सीखने और देखने को मिलीं।- सपना