अमर उजाला फाउंडेशन और बाल चित्र समिति की ओर से आयोजित बाल फिल्म महोत्सव के तहत शनिवार, 15 दिसम्बर, 2018 को मिर्जापुर के तीन विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को बाल फिल्में दिखाई गईं। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से पुरस्कृत बाल फिल्मों को देख बच्चे चहक उठे। फिल्म की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसी बाल फिल्में बच्चों को शिक्षित और संस्कारवान बनाने में काफी मददगार हैं।
इनमें विजयपुरा स्थित सरला सर्राफ पब्लिक स्कूल में करीब 650 बच्चों को बाल फिल्म हैलो दिखाई गई। वहीं, नगर के सुंदरघाट स्थित डालफिन पब्लिक स्कूल में करीब पांच सौ बच्चों ने बाल फिल्म मल्ली देखी। फिल्म के माध्यम से बच्चों ने नई-नई जानकारियां हासिल की। कजरहवा पोखरा, पुलिस लाइन स्थित संत जोसेफ हायर सेकेंडरी स्कूल में तीन सौ विद्यार्थियों ने बाल फिल्म एक अजूबा दिखाई गई। बाल फिल्म एक अजूबा का मुख्य किरदार अपने चरित्र से बच्चों के मन में बसे भूत-प्रेतों के डर को भगाता है जो विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा काफी पसंद की गई। बच्चों ने कहा कि एक अजूबा बाल फिल्म देखकर छात्र-छात्राओं ने यह सीख हासिल किया कि विश्वास से ज्यादा जीवन में आत्मविश्वास जरूरी है।
बाल फिल्म हैलो हंसाते-हंसाते बच्चों को कुछ नया करने और बेहतर शिक्षा प्रदान करती हैं।- माही दूबे
बाल फिल्म से संदेश मिला कि हमें अपने आसपास पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। - अक्षत खन्ना
फिल्म से जाना कि लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें जी-जान से जुट जाना होगा। - इकांशी मिश्रा