अमर उजाला फाउंडेशन और बाल चित्र समिति की ओर से शुक्रवार, 21 दिसम्बर, 2018 को मिर्जापुर (नरायनपुर) के तीन विद्यालयों में तीन बाल फिल्में दिखाई गईं। बाल फिल्म महोत्सव के तहत छात्र-छात्राओं के बीच छोटा सिपाही, एक अजूबा व कभी पास कभी फेल फिल्म दिखाई गई। इसे देखकर विद्यार्थियों ने संस्कारवान व आज्ञाकारी बनने की सीख हासिल की। फिल्म देखने के बाद बच्चों ने कहा कि ऐसी फिल्में शिक्षा के महत्व को दर्शाती हैं।
नरायनपुर के बरईपुर स्थित सनबीम एकेडमी नॉलेज पार्क में करीब छह सौ विद्यार्थियों के बीच बाल फिल्म एक अजूबा दिखाई गई। नरायनपुर के परसबंधा स्थित बैजनाथ शिक्षण संस्थान परिसर में करीब चार सौ छात्र-छात्राओं को बाल फिल्म छोटा सिपाही दिखाई गई। यही के बोस पब्लिक स्कूल परिसर में करीब तीन सौ विद्यार्थियों के बीच बाल फिल्म कभी पास कभी फेल प्रदर्शित की गई। इन फिल्मों को देखकर छात्र-छात्राओं ने बताया कि ये फिल्में उन्हें पठन-पाठन के साथ संस्कारवान बनने की प्रेरणा देती हैं।
बाल फिल्में देखने के बाद विद्यार्थियों ने व्यक्त की अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं:
छोटा सिपाही बाल फिल्म ने विद्यार्थियों को शिक्षा व संस्कार के प्रति जागरूक किया। - आयुष सिंह
बाल फिल्म एक अजूबा ने सीख दिया कि मेहनत-लगन से ही मुकाम मिल सकता है। - प्रांजल यादव
कभी पास कभी फेल बाल फिल्म देखने से जीवन में कुछ अलग करने की सीख मिली। - मोहम्मद सैफ