मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट्स और अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से आयोजित बीएचयू, वाराणसी के एंफी थियेटर मैदान स्थित इंडोर स्टेडियम में रविवार, 23 दिसम्बर, 2018 को मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने सभी विजेताओं को ट्राफी से नवाजा। उन्होंने सबसे छोटी प्रतिभागी पूजा कसौधन और बेस्ट प्लेयर कशिश पटेल को मेडल दिए।
चैंपियनशिप में सर्वाधिक 38 स्वर्ण, 22 रजत और 61 कांस्य पदक के साथ ट्रॉफी उत्तर प्रदेश टीम ने अपने नाम की और टॉप पर रही। दूसरे स्थान पर रही आंध्र प्रदेश की टीम ने 13 स्वर्ण, 13 रजत और 21 कांस्य पद हासिल किए। झारखंड की टीम 12 स्वर्ण, 21 रजत और 41 कांस्य पदक हासिल कर तीसरे स्थान पर रही। 17 राज्याें से आए 906 प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिंदगी जंग है और उसमें जीतना हारना मायने नहीं रखता, बल्कि जरूरी ये होता है कि हम लड़ने की हिम्मत दिखाएं।
आत्मरक्षा का मतलब सिर्फ हवा में हाथ पैर चलाना नहीं, बल्कि ये हमारा आत्मविश्वास है कि हम किसी भी विकट परिस्थिति में स्वयं की रक्षा करने में सक्षम हैं। कहा कि सेल्फ डिफेंस हमें अनुशासन सिखाता है और हर व्यक्ति के जीवन में अनुशासन महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग आत्मविश्वास जगाती है, एकाग्र और सतर्क रहना सिखाती है और इन सबके साथ ये आपको स्वस्थ रखती है। इस अवसर पर एकेडमी के राष्ट्रीय खिलाड़ियों ज्योति सिंह, दिव्या पांडेय, निधि राज गुप्ता, गौरी पाठक और अनीता प्रजापति को दस-दस हजार रुपये की नगद राशि से पुरस्कृत किया गया।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रो. बीसी कापरी समेत कृपाशंकर श्रीवास्तव, पीयूष जिंदल, नदीम खान, सुधा उपाध्याय, अशोक कुमार गौतम, अजय श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
आंध्र के दिव्यांग शिवा ने झटका गोल्ड:
चतुर्थ ऑल इंडिया ओपन कराटे चैंपियनशिप में आंध्र प्रदेश की टीम में शामिल दिव्यांग के शिवा कुमार ने गोल्ड मेडल हासिल किया। ओपन कैटेगरी में बेहतर प्रदर्शन करते हुए शिवा ने कुमिते में 14 साल की कैटेगरी में गोल्ड मेडल हासिल किया। ब्राउन बेल्ट शिवा अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीन गोल्ड मेडल और राष्ट्रीय स्तर पर सात रजत मेडल हासिल कर चुके हैं। जेपीएच स्कूल के कक्षा सात में पढ़ रहे शिवा को उनके कोच के श्रीनिवास ने प्रोत्साहित कर कराटे खिलाड़ी के तौर पर तैयार किया।
कोच श्रीनिवास ने अपनी 20 सदस्यों की टीम के साथ इस चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और दूसरा स्थान हासिल किया। श्रीनिवास खुद भी दिव्यांग हैं। वो दिव्यांगों और बालिकाओं को नि:शुल्क कराटे की ट्रेनिंग देते हैं। मौजूदा वक्त में 55 दिव्यांग बच्चे उनके अंडर में कराटे की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
अब तक एक लाख से अधिक बच्चों को वो ट्रेनिंग दे भी चुके हैं। सात अलग अलग स्टाइल में वो ब्लैक बेल्ट हैं। हरियाणा की एक यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि से भी नवाजा है। निर्भया कांड के बाद देश के अलग अलग स्कूलों में 50,000 छात्राओं को नि:शुल्क ट्रेनिंग देने के लिए उन्हें ये डॉक्टरेट की उपाधि दी गई थी। श्रीनिवास के नाम आठ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी हैं।
इन्होंने निभाई रेफरी की भूमिका:
कुंजन मौर्या, शशि शेखर शर्मा, जयपाल सोनकर, अनिल मौर्या, महेश गुप्ता, सूरज विश्वकर्मा, अभिषेक सैनी, मिथुन कनौजिया, राम प्रकाश मौर्य, हेमंत कुमार, रोशन यादव, शैलेश पटेल, अवधेश, महताब, श्रद्धा त्रिपाठी, आदर्श शुक्ला, कौशिक अधिकारी, अरुण विश्वकर्मा, सोनाली चंद्रा, खुशबू मौर्या व माया पटेल।