अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से मंगलवार, 4 दिसम्बर, 2018 को वाराणसी में‘ 'अपराजिता : 100 मिलियन स्माइल्स’ अभियान के तहत वसंत कन्या इंटर कॉलेज की छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देकर उनमें जोश और जज्बा भरने का काम किया गया। डरेंगे नहीं, अब डटकर लड़ेंगे। खुद पर विश्वास है, सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग पाकर छात्राओं में जगा हौसला।
इस दौरान मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट्स की ट्रेनर्स द्वारा कॉलेज की करीब चार सौ से अधिक छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई। डेढ़ घंटे तक चली इस ट्रेनिंग में टेक्निक के साथ छात्राओं को यह मूलमंत्र भी दिया गया कि किसी भी परिस्थिति में वो घबराएं नहीं, डरें नहीं। इस अवसर पर प्रधानाचार्य प्रवीणा श्रीवास्तव, स्पोर्ट्स टीचर कामिनी समेत सभी शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहीं।
कुछ महत्वपूर्ण टिप्स..
- चेहरे पर नाक पर पंच मारकर सामने वाले को पस्त कर सकती हैं।
- पीछे से कोई पकड़े तो कोहनी से उसके पेट पर, एड़ी से उसके पैर के अंगूठे पर वार कर सकती हैं।
- कोई पीछे से बाल पकड़े तो उसके हाथ को उसके साइड वाले अपने हाथ से लॉक कर उसे पीछे गिरा सकती हैं।
छात्राओं से बातचीत
> आज की ट्रेनिंग से समझ आया कि पहले तो हमें किसी भी परिस्थिति से डरना नहीं है, बल्कि सामने वाले का डटकर मुकाबला करना है। - सुमन सोनकर
> इस ट्रेनिंग ने हमारे अंदर ऊर्जा और उत्साह पैदा कर दिया है। कई टेक्निक पता चली जिससे हम अपनी रक्षा खुद कर सकते हैं। - शिवानी सिंह
> हौसला मिला कि हम कहीं से कमजोर नहीं हैं। अगर हम हिम्मत से काम लें तो किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। - नेहा केशरी
> कोचिंग, स्कूल आते जाते वक्त कई बार लड़के कमेंट्स करते हैं, अब उनसे लड़ने की हिम्मत मिली है। उनका जवाब हम दे सकते हैं। - प्रगति सिंह
> ट्रेनिंग बहुत ही अच्छी थी। आगे भी ऐसी ट्रेनिंग दी जाए तो हमारे लिए बहुत अच्छा होगा। हम अपराजिता हैं, साबित करना चाहते हैं। - तनु परवीन
> जो कुछ सीखा है, उसकी प्रैक्टिस करती रहूंगी। सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग हर लड़की के लिए जरूरी है। आगे इसे जारी रखना चाहूंगी। - श्रद्धा गुप्ता
> वर्तमान समय में छात्राओं के लिए सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग बहुत ही जरूरी है। अपराजिता के तहत ये प्रयास सराहनीय है। - प्रवीणा श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य, वीकेएम इंटर कालेज