अमर उजाला फाउंडेशन की ओर बुधवार, 4 नवम्बर, 2016 को देहरादून के एमकेपी इंटर कॉलेज में पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गयाl पाठशाला में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. सदानंद दाते ने कहा कि इंटरनेट और सोशल नेटवर्किंग की महत्ता को नकारा नहीं जा सकता है। इसका प्रयोग करते हुए सावधानियां बरतने की जरूरत है, ताकि कोई किसी तरह के साइबर क्राइम का शिकार न बन सके। उन्होंने कहा कि जरा सी चूक बड़ी मुसीबत बन सकती है। उन्हाेंने छात्राओं से छोटी-छोटी घटनाओं को गंभीरता से लेकर परिजनों से शेयर करने के लिए कहा।
उन्हाेंने कई घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि फेसबुक और व्हाट्स एप पर निजी जानकारी डालने से बचा जाए, ताकि उनके दुरुपयोग की संभावना न रहे। देखने में आया है कि फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी और फोटो डालने जैसी घटनाओं को लड़कियां हल्केपन से लेती हैं। इसके बाद में गंभीर परिणाम होते हैं। यदि ऐसा कुछ भी घटे तो परिजनों अथवा पुलिस को जरूर बता दें, ताकि समय रहते आरोपी के खिलाफ कार्रवाई हो सके। एसएसपी ने कहा कि पुलिस महिला अपराधों के प्रति गंभीर है। उन्हाेंने अपराध से जुड़े कानूनों और सजा पर विस्तार से जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक प्रदीप राय ने कहा कि यातायात नियमों की अनदेखी की वजह से हर साल देशभर में डेढ़ लाख लोगों की मौत हो रही है, जबकि पांच लाख से अधिक लोग घायल हो रहे हैं। चिंताजनक बात यह है कि मरने वालों में अधिकांश की उम्र 17 से लेकर 35 साल के बीच की है। उन्होंने कहा कि हेलमेट चालान से पुलिस को कोई फायदा होने वाला नहीं है, लेकिन वाहन चालक की जान जा सकती है या फिर वह अपंग हो सकता है।
अभिभावकों को भी जागरूक करने की जरूरत है। निर्धारित आयु सीमा से पहले बच्चों को वाहन उपलब्ध न कराए। उन्हाेंने लाइसेंस और बीमा न होने वाली दिक्कतों की जानकारी दी। एमकेपी प्रबंधन के अवैतनिक सचिव जितेंद्र नेगी ने अमर उजाला के उत्तराखंड उदय उत्सव को अच्छी पहल बताते हुए लोगों से इससे जुड़कर प्रदेश में जश्न का माहौल बनाने का अनुरोध किया। प्रधानाचार्य अर्चना गोयल ने आभार जताया। शिक्षिका डॉ. सीमा रस्तोगी के संचालन में हुई पाठशाला में एमआईटी के निदेशक डॉ. एसआर शर्मा, डिप्टी रजिस्ट्रार गिरिश जोशी, कंप्यूटर साइंस की विभागाध्यक्ष गीता चौहान, लता राणा, डॉ. उमा शर्मा उपाध्याय, मोनिका बनर्जी, गायत्री बहुगुणा, किरण सिंह, रीना गोयल, सच्ची शर्मा, अनीता नेगी, निर्मला आदि मौजूद रही।
एसएसपी ने छात्राओं को ग्रुप में थाना, महिला सेल, कंट्रोल रूम का भ्रमण कराने का अनुरोध किया, ताकि छात्राओं में आत्म विश्वास बढ़े और पुलिस के पास जाने की उनमें हिचक दूर हो सके। छात्राओं ने ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगाए गए बोर्ड पर हस्ताक्षर कर यातायात नियमों का पालन करने की शपथ ली। छात्राओं के साथ शिक्षिकाओं ने भी हस्ताक्षर किए।