अमर उजाला फाउंडेशन के अभियान अपराजिता- 100 मिलियन स्माइल्स के तहत सोमवार, 17 जून, 2019 को अलीगढ़ के जीटी रोड स्थित रघुनाथ होम्स बापू धाम में आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सोसाइटी की महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान ताइक्वांडो की ब्लैक बेल्ट मास्टर ट्रेनर मोनिका गुप्ता ने सोसाइटी की महिलाओं को आत्मरक्षा के तरीके दिखाए तो यहां की महिलाएं उनसे काफी प्रभावित हुईं।
बापू धाम सोसाइटी की महिला व युवतियों को आत्मरक्षा के लिए स्वंय को निर्भर बनाने के लिए ट्रेनर मोनिका गुप्ता ने अपनी साथी अंशु गुप्ता और राखी वर्मा के आत्मरक्षा का डेमो दिखाया तो सभी हैरान रह गए। 35 किलो भार की मोनिका ने 85 किलो के व्यक्ति के हमले का बचाव कर उन्हें जमीन पर पटका तो इस तकनीक को सभी ने सराहा। इसके बाद कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने निर्णय लिया कि सोसाइटी की सभी महिलाओं और बच्चों को ताइक्वांडो का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
एक खतरनाक सीन की भी रची गई भूमिका
सोसाइटी की एक महिला ने ताइक्वांडो ट्रेनर से सवाल किया कि अगर युवती को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण है और किसी हमलावर ने उसकी मां पर बंदूक तानकर युवती को साथ चलने के लिए कहा तो किया जाए। इस पर मोनिका गुप्ता ने मौके पर ही युवती बनकर अपनी मां को बचाना तथा आरोपियों को जख्मी करके दिखाया।
आत्मरक्षा का प्रशिक्षण लड़कियों को जरूर सीखना चाहिए। यह प्रशिक्षण आजीवन काम आएगा। इसलिए सोसाइटी की बच्चियों को भी हम प्रशिक्षण दिलाएंगे। - डॉ. हेमा गौड़।
बेटियों के साथ-साथ बेटों को भी समय देने की जरूरत है। अपने व्यस्त समय में से हमें बच्चों के लिए समय जरूर निकालना चाहिए। ताकि मानसिक रूप से भी वह स्वस्थ रहें। - नीमा सारस्वत।
अक्सर सभी लोग कुछ बनना चाहते हैं। लेकिन मेरा मानना है कि कुछ बनने से पहले अच्छा इंसान बनना जरूरी है। इससे समाज की अप्रिय घटनाओं में कटौती होगी। - खुशी जैन।
मुझे किसी से डर नहीं लगता। लेकिन अपनी बेटियों के साथ मां को कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहिए। ताकि वह सारी बातें साझा कर सकें। - पूजा सोमानी।
बिना हथियार सामने हुए तो आत्मरक्षा कर सकते हैं। लेकिन हथियारों के सामने खुद तथा परिजन को बचाने का गुर अच्छा लगा। हम भी अपने बच्चों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिलाएंगे। - गुंजन वशिष्ठ।
बापू धाम में यह है सुरक्षा तथा सुविधाएं
बापू धाम में पांच ब्लॉक में 125 फ्लैट तथा विला बन रहे हैं। इनमें से 75 तैयार हैं। 2015 से पजेशन मिलने के बाद यहां लगभग अब वर्तमान में 50 परिवार रहते हैं। सोसाइटी में अच्छा लोन, मंदिर, स्विमिंग पूल, जिम तथा अच्छे वेंटीलेशन की सुविधाएं हैं। चार गार्ड और 40 सीसीटीवी कैमरे हर गतिविधि पर नजर रखते हैं।
आर्गेनिक फार्म के जरिए राहुल छत पर उगाते हैं सब्जियां
राहुल सोमानी को आर्गेनिक फार्म का शौक है। इस कारण वह अपार्टमेंट की छत पर सब्जियां उगाते हैं। समय समय पर वह टमाटर, खीरा, पत्ता गोभी, चुकंदर आदि सब्जियां खुद उगाते हैं। वहीं शहर के कई लोग उनसे आर्गेनिक फार्म की जानकारी लेने भी आते हैं।
हर त्यौहार पर करते हैं सांस्कृतिक कार्यक्रम
सोसाइटी में एक मंदिर भी है। इस कारण यहां की महिलाएं आपस में मिलकर हर त्यौहार सांस्कृतिक कार्यक्रम करती हैं। महिलाओं ने बताया कि बस त्यौहार का हमको बहाना चाहिए होता है। इसके बाद सभी महिलाएं मिलकर ढोलक, मजीरा आदि लेकर भजन कीर्तन करती रहती हैं। इन कार्यक्रमों के सहारे सभी लोग आपस में मिलते भी रहते हैं।