अमर उजाला फाउंडेशन और भक्ति वेदांता कैंसर इंस्टीट्यूट के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार,11 दिसम्बर, 2017 को झाँसी के करगुवां जैन मंदिर के सामने स्थित सिंघई मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में एकदिवसीय निःशुल्क कैंसर जांच शिविर का आयोजन किया गयाl शिविर में देश के मशहूर कैंसर विशेषज्ञ डॉ. विष्णु अग्रवाल और उनकी टीम ने 227 लोगों की जांच की, जिसमें 103 मरीजों में कैंसर के प्रारंभिक लक्षण पाए गए, जबकि 13 मरीजों की स्थिति गंभीर होने पर उन्हें ऑपरेशन की सलाह दी गई। इनमें सर्वाधिक संख्या मुंह के कैंसर के रोगियों की रही।
गरीबों का होगा नि:शुल्क इलाज
शिविर में कैंसर के चिह्नित मरीजों का मुंबई के भक्ति वेदांत हास्पिटल में आपरेशन किया जाएगा। तीस हजार तक सालाना आय वाले लोगों का नि:शुल्क आपरेशन होगा। जबकि, अधिकतम एक लाख रुपये वार्षिक आय वाले मरीजों का आपरेशन खर्च पचास फीसदी ही लगेगा। वैसे भी भक्ति वेदांत अस्पताल में रियायती दरों पर आपरेशन किया जाता है। सामान्यत: यहां कैंसर के आपरेशन का खर्च सत्तर-अस्सी हजार रुपये आता है।
दृढ़ निश्चय से छोड़ें गुटखा
शिविर में मुख कैंसर के संदिग्ध रोगियों की संख्या सर्वाधिक पाई गई। इक्का-दुक्का को छोड़ दिया जाए, तो सभी में रोगियों के कैंसर का कारण गुटखा ही रहा। डॉ. विष्णु अग्रवाल ने बताया कि गुटखा छोड़ने की कोई दवा नहीं है। इसे सिर्फ दृढ़ इच्छा शक्ति से ही छोड़ा जा सकता है। ध्यान-साधना की इच्छा शक्ति को प्रबल बनाया जा सकता है।
कैंसर से बचने को बदलें दिनचर्या
डॉ. विष्णु अग्रवाल ने बताया कि दिनचर्या में बदलाव कर कैंसर की सत्तर फीसदी संभावनाओं से बचा जा सकता है। नियमित रूप से व्यायाम करें। शुद्ध शाकाहारी भोजन को प्राथमिकता दें। जंक फूड व पैक्ड फूड से जितना हो सके, दूर ही रहें। इसके अलावा सिगरेट, गुटखा, शराब जैसी चीजों को भी अपने पास न फटकने दें। साथ ही तनाव को हावी न होने दें। ऐसा करने से कैंसर की संभावना बेहद कम रह जाती है।
दुष्प्रचार पर भारी पड़ रहा है प्रचार
तंबाकू कैंसर का सबसे बड़ा कारण बनी हुई है। इससे बचाव के लिए तंबाकू उत्पादों पर कैंसर की बड़ी सी भयावह तस्वीर भी छापी जा रही है। साथ ही रैपर पर चेतावनी भी अंकित रहती है। लेकिन, इस दुष्प्रचार पर पान मसाला आदि का होने वाला प्रचार भारी पड़ रहा है। नामचीन फिल्मी कलाकार पान मसाला के प्रचार करते नजर आते हैं। वह तेजी से युवा पीढ़ी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
शिविर में कैंसर के चिह्नित मरीजों का मुंबई के भक्ति वेदांत हास्पिटल में आपरेशन किया जाएगा। तीस हजार तक सालाना आय वाले लोगों का नि:शुल्क आपरेशन होगा। जबकि, अधिकतम एक लाख रुपये वार्षिक आय वाले मरीजों का आपरेशन खर्च पचास फीसदी ही लगेगा। वैसे भी भक्ति वेदांत अस्पताल में रियायती दरों पर आपरेशन किया जाता है। सामान्यत: यहां कैंसर के आपरेशन का खर्च सत्तर-अस्सी हजार रुपये आता है।
दृढ़ निश्चय से छोड़ें गुटखा
शिविर में मुख कैंसर के संदिग्ध रोगियों की संख्या सर्वाधिक पाई गई। इक्का-दुक्का को छोड़ दिया जाए, तो सभी में रोगियों के कैंसर का कारण गुटखा ही रहा। डॉ. विष्णु अग्रवाल ने बताया कि गुटखा छोड़ने की कोई दवा नहीं है। इसे सिर्फ दृढ़ इच्छा शक्ति से ही छोड़ा जा सकता है। ध्यान-साधना की इच्छा शक्ति को प्रबल बनाया जा सकता है।
कैंसर से बचने को बदलें दिनचर्या
डॉ. विष्णु अग्रवाल ने बताया कि दिनचर्या में बदलाव कर कैंसर की सत्तर फीसदी संभावनाओं से बचा जा सकता है। नियमित रूप से व्यायाम करें। शुद्ध शाकाहारी भोजन को प्राथमिकता दें। जंक फूड व पैक्ड फूड से जितना हो सके, दूर ही रहें। इसके अलावा सिगरेट, गुटखा, शराब जैसी चीजों को भी अपने पास न फटकने दें। साथ ही तनाव को हावी न होने दें। ऐसा करने से कैंसर की संभावना बेहद कम रह जाती है।
दुष्प्रचार पर भारी पड़ रहा है प्रचार
तंबाकू कैंसर का सबसे बड़ा कारण बनी हुई है। इससे बचाव के लिए तंबाकू उत्पादों पर कैंसर की बड़ी सी भयावह तस्वीर भी छापी जा रही है। साथ ही रैपर पर चेतावनी भी अंकित रहती है। लेकिन, इस दुष्प्रचार पर पान मसाला आदि का होने वाला प्रचार भारी पड़ रहा है। नामचीन फिल्मी कलाकार पान मसाला के प्रचार करते नजर आते हैं। वह तेजी से युवा पीढ़ी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।