अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से बुधवार, 15 मई, 2019 को कानपुर के कल्याणपुर स्थित कैलाश सरस्वती इंटर कॉलेज में पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गया। पाठशाला को संबोधित करते हुए आईपीएस आदित्य लंगेह ने कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल काफी सोच समझकर करें। फेसबुक समेत अन्य सोशल साइट्स पर अनजान लोगों से दोस्ती करने से बचें। अगर कभी कोई व्यक्ति आपकी तस्वीर या अन्य कोई आपत्तिजनक पोस्ट करता है, तो उसका यूआरएल (यूनिफार्म रिसोर्स लोकेटर) सुरक्षित कर लें और तुरंत पुलिस को सूचना दें।
आदित्य लंगेह ने कहा कि साइबर ठगी से बचने के लिए सचेत रहने की जरूरत है। बैंक समेत अन्य कोई अधिकारी फोन पर किसी तरह के खाते व एटीएम संबंधी जानकारी नहीं मांगते हैं, लिहाजा अगर कभी कोई युवक फोन कर ये जानकारी मांगे तो उससे कोई भी डिटेल साझा न करें।
बगैर थाने जाए दर्ज कराएं शिकायत
एएसपी आदित्य ने कहा कि यूपी पुलिस का ‘यूपी कॉर्प’ के नाम से मोबाइल एप है। यहां पर बगैर थाने जाए, साइबर फ्रॉड से लेकर अन्य घटनाओं की एफआईआर दर्ज करवा सकते हैं। साथ ही उन्होंने छात्राओं से कहा कि यदि कभी उनके साथ छेड़छाड़ जैसी घटना होती है तो वह चुप न बैठें, तुरंत 100 नंबर पर या 1090 पर सूचना दें। ताकि शोहदों पर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता छात्रा, युवती व महिलाओं की जानकारी गोपनीय रखी जाती है।
यातायात नियमों का करें पालन
ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर शिव सिंह छोंकर ने कहा कि बाइक चलाते वक्त हेलमेट और कार चलाते समय सीट बेल्ट का इस्तेमाल जरूर करें। 18 वर्ष से कम उम्र का कोई भी व्यक्ति वाहन न चलाए। वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल न करें।
नंबर के फेर में न पड़ें, कड़ी मेहनत से पढ़ाई करें कालेज की छात्रा प्रतिभा पांडेय ने एएसपी आदित्य लंगेह से पूछा कि आईपीएस कैसे बना जाता है। क्या हर क्लास में टॉप करना जरूरी है? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि कोई जरूरी नहीं है कि जो टॉप करता है वही आईएएस और आईपीएस बनता है। अन्य छात्र-छात्राएं भी अधिकारी बनते हैं। जरूरी ये है कि जो भी पढ़ें मन से पढ़ें और मेहनत करें, सफलता मिलेगी।
साइबर क्राइम संबंधी बहुत सी जानकारी पाठशाला में सीखने को मिली हैं। सोशल साइट्स का इस्तेमाल करते वक्त विशेष सावधानी बरतेंगे। - सृष्टि राजपूत, छात्रा
कभी-कभी हमारे परिवार वाले भी यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं। उनको नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करूंगी। - सपना, छात्रा
साइबर ठगी से बचने की महत्वपूर्ण जानकारी मिली हैं। परिजनों के साथ-साथ अन्य लोगों से भी ये जानकारी साझा करूंगा। - हर्ष तिवारी, छात्र
पुलिस को देखकर ही डर लगता था। आज पाठशाला में पुलिस अधिकारी के साथ संवाद हुआ तो लगा कि पुलिस भी अच्छी होती है। - राघवेंद्र पाल, छात्र