अमर उजाला फाउंडेशन के अभियान अपराजिता के तहत मंगलवार, 16 जुलाई, 2019 को कानपुर के नौबस्ता स्थित पारितोष इंटर कॉलेज में पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गयाl कार्यक्रम के दौरान सीओ गोविंदनगर आईपीएस चक्रेश मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को जागरुक करते हुए कहा कि यदि आप को किसी से खतरा है तो पहले घर वालों को बताएं, इसके बाद अभिभावकों के साथ संबंधित थाने में शिकायत करें।
यदि कार्रवाई नहीं होती है तो अधिकारियों से संपर्क कर अपनी समस्या उनके सामने रखें। साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम डायल- 100 नंबर की उपयोगिता एवं कार्यप्रणाली के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि यदि किसी छात्रा को स्कूल, कॉलेज, मोहल्ले के आसपास कोई लड़का परेशान करे या फिर किसी प्रकार की समस्या हो तो आप 1090 पर कॉल कर अपनी समस्या बता सकते हैं। आपका नाम गुप्त रखा जाएगा।
बच्चों ने पूछा कि यदि कोई पुलिसकर्मी गाली गलौज करता है। एक पक्ष की सुनता है तो क्या करना चाहिए। इस पर सीओ चक्रेश मिश्रा ने कहा कि ऐसे में आपको अपना पक्ष पहले थाने में रखना चाहिए, इसके बाद उनके अधिकारियों से मिल कर अपनी बात रखें। बच्चों से कहा कि सभी लोग अपनेे अभिभावक से बोलें कि संबंधित थाने व चौकी इंचार्ज का नंबर अपने पास रखें और समस्या पड़ने पर तत्काल संपर्क करें।
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने सभी बच्चों को शपथ दिलाई कि 18 वर्ष के बाद ड्राइविंग लाइसेंस बनवा कर ही गाड़ी चलाएंगे और जब भी दो पहिया वाहन चलाएंगे तो हेलमेट जरूर लगाएंगे।
मेधावियों को दिए पौधे
चक्रेश मिश्रा व स्कूल की प्रधानाचार्य रचना अवस्थी ने छात्रा सुप्रिया गुप्ता व अनुष्का नाम देेव को जन्म दिवस पर पौधे दिए। हाई स्कूल में टॉप करने वाले हिमांशु गुप्ता, आलोक अवस्थी, मानसी बाजपेयी को भी पौधा दिया औैर उनकी रक्षा करनेे का संकल्प दिलाया।
समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम होने चाहिए, ताकि बच्चों के अंदर से पुलिस का डर खत्म हो और समस्याएं भी अधिकारियों तक पहुंचा सकें। इससे समाज में जागरुकता आएगी और पुलिस के प्रति फैली भ्रांतियां भी दूर होंगी। - रचना अवस्थी, प्रधानाचार्य
पुलिस वाले कभी-कभी गलत व्यवहार करते हैं और एक पक्ष की सुनवाई करते हैं जो कि गलत है। इसके लिए अधिकारियों को सख्त नियम बनाने चाहिए। - शिवम गुप्ता, कक्षा-11
जब तक मेरा ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन जाता है, तब तक कोई भी दोपहिया वाहन नहीं चलाऊंगा, जब भी गाड़ी चलाऊंगा तो हेेलमेट जरूर पहनूंगा। - शिवम कटियार, कक्षा-9
लड़कियां अपनी सुरक्षा कैसे कर सकती हैं, यह बात आज के कार्यक्रम से जानने को मिली है। लड़कियों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून भी बने। - काव्या शुक्ला, कक्षा-12
महिलाओं के साथ हो रहे शोषण को रोकना चाहिए। कभी-कभी शिकायत के बाद भी शोहदे अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं। - आयुषी वर्मा, कक्षा-12