अमर उजाला फाउंडेशन और कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के संयुक्त तत्वावधान में रविवार, 27 जुलाई, 2021 को ब्लड रिलेशन कार्यक्रम के तहत कानपुर फजलगंज स्थित अमर उजाला अपराजिता सेंटर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों की जिंदगी बचाने की इस मुहिम में 100 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान। शिविर का आयोजन प्रातः 10:30 बजे से शाम चार बजे तक किया गया। इस दौरान शिविर में पुलिसकर्मियों के साथ अन्य लोगों ने भी रक्तदान किया।
शिविर में दुर्लभ माने-जाने वाले ब्लड ग्रुप- बी निगेटिव, ओ निगेटिव, एबी निगेटिव और ए निगेटिव के भी रक्तदाता आए। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के ब्लड ट्रांसफ्युजन विभाग की नोडल अधिकारी डॉ. लुबना खान के निर्देशन में हैलट ब्लड बैंक की टीम ने रक्तदान कराया। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र और पौधे भेंट किए। साथ ही पुलिस कमिश्नर और डीसीपी साउथ रवीना त्यागी ने रक्तदान के प्रति पुलिसकर्मियों और आम लोगों को प्रेरित भी किया।
गौरतलब हो कि प्रत्येक रविवार को कानपुर के किसी एक थाना क्षेत्र में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाना सुनिश्चित किया गया है। इस क्रम में अगले शिविर का आयोजन रविवार, 4 जुलाई, 2021 को कल्याणपुर थाने में किया जाना है।
इन संस्थाओं ने किया सहयोग
इस मुहिम में फीडिंग इंडिया, कानपुर केयर, यूनिवर्सल जिम, रिलायंस वेलफेयर सोसाइटी, रॉबिन हुड आर्मी, ह्यूमन फाउंडेशन, युग भारती, साहवेस, यूथविलर, संरक्षण, कर्णधार क्लब, कानपुर ओलंपिक एसोसिएशन, लव यू कानपुर, प्रखर अवस्थी चैरिटेबल ट्रस्ट, पार्श्वनाथ चैरिटेबल सेंटर, ह्यूमन काइंड, नव गणेशा फाउंडेशन, बाबा जी की रसोई, गौरवांजलि, परिधि सेवा संस्थान, संकल्प सेवा समिति, ब्लडकनेक्ट, ब्लड डोनर ऑर्गेनाइजेशन, फीटा, कानपुर कपड़ा कमेटी, युवा एकता सिंधी समाज, एसपीडीपी एवं कानपुर थैलेसीमिया सोसाइटी ने भी सहयोग प्रदान किया।
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए रक्तदान कर रहे हैं। हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए ताकि पीड़ितों की मदद हो सके। तीसरी बार रक्तदान किया है। - राजेश पाठक, एसएचओ अर्मापुर
सबको रक्तदान करना चाहिए। कमिश्नर सर ने पहल की है। थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को जीवन बचाने के लिए खून चढ़ाना पड़ता है। मैंने तीसरी बार रक्तदान किया है। - अजय प्रताप सिंह, एसएचओ फजलगंज
रक्तदान सामाजिक कार्य है। इससे रोगी की जिंदगी बचती है। सोशल बांड मजबूत होता है। जो रक्तदान के योग्य हैं, उन्हें जरूर रक्तदान करना करना चाहिए। चौथी बार रक्तदान किया है। - नवतेज कुमार, छात्र, बर्रा-दो
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए रक्तदान किया है। इस रोग से ग्रसित बच्चों की जीवन सुरक्षा के लिए सभी लोगों को रक्तदान करना चाहिए। मैंने 12वीं बार रक्तदान किया है। - प्रशांत दुबे, यशोदानगर