अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से रक्तदान-महादान अभियान के तहत सोमवार, 30 मई, 2016 को गाजियाबाद में आयोजित रक्तदान शिविर में 47 युवाओं ने स्वैच्छिक रक्तदान कियाl स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित शिविर में बारिश होने के बावजूद दूर- दराज से लोग परिवार सहित रक्तदान करने पहुंचे। इस मौके पर गाजियाबाद के जिला अस्पताल- एमएमजी के ब्लड बैंक की टीम से ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. एके दुआ, डॉ. एके तोमर, डॉ. संदीप पंवार, डॉ. विनोद, योगेंद्र सहित अन्य स्टाफ ने कुशलता पूर्वक शिविर का संचालन किया और रक्त एकत्र किया। इस मौके पर सभी रक्तदाताओं को फाउंडेशन और ब्लड बैंक टीम की ओर से डोनर कार्ड एवं प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित भी किया गयाl
मुरादनगर से छह लोगों के साथ पहुंचे राहुल चौधरी बारिश के बावजूद सुबह-सुबह मुरादनगर से लोग रक्तदान करने पहुंचे। मुरादनगर के राहुल चौधरी छह लोगों को भी साथ लाए थे, जिन्होंने रक्तदान किया। मुरादनगर से पहली बार कल्लू भी रक्तदान करने पहुंचे।
कई महिलाएं और युवतियां भी रक्तदान करने के लिए पहुंचीं। विजयनगर से रश्मि राघव, पटेल नगर से मां-बेटी मालती रानी और शालिनी सैनी में हीमोग्लोबिन कम होने की वजह से ब्लड नहीं लिया सका, जिससे वह निराश दिखीं। उन महिलाओं को चिकित्सकों ने हीमोग्लोबिन बढ़ाने के टिप्स दिए। डॉ. एके तोमर ने बताया कि खाने में दालें, पालक, चुकंदर, दूध- पनीर, खजूर, मूंगफली आदि का सेवन करें।
जन्मदिन पर किया महादान:
अब तक 15 बार रक्तदान कर चुके अवंतिका निवासी बसपा नेता नरेश गौतम भी अपने जन्मदिन के मौके पर शिविर में रक्तदान करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि अपने जन्मदिन की किसी जान बचाने से बड़ा पुण्य का काम कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने बताया कि वह हैं।
कुशल कुमार राय, लाल कुआं : अब तक 50 बार से अधिक बार रक्तदान कर चुका हूं और घरवालों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित करता रहता हूं।
अखिल पाठक, अशोक नगर : पहली बार रक्तदान करके काफी अच्छा लगा है। इसके बाद मैं भी अमर उजाला के सहयोग से अशोक नगर में रक्तदान शिविर लगाऊंगा।
नितेश कुमार, विजयनगर : एम. कॉम का स्टूडेंट हूं इससे पहले भी कई बार रक्तदान कर चुका हूं। अमर उजाला से इस कैंप की जानकारी मिली थी।
किशन कुमार, विजयनगर: विजनयगर क्षेत्र में काफी कम शिविर लगते हैं। अखबार से इस शिविर की जानकारी मिली इसलिए रक्तदान करने आया। मैं और लोगों को भी रक्तदान करने के लिए लोगों को भी जागरूक करूंगा। यह अच्छी मुहिम है। इससे बढ़कर जरूरतमंदों की सेवा और कोई नहीं हो सकती।