00 काशी ने देश के लिए रक्तदान कर कारगिल के शहीदों को नमन किया
काशी ने देश के लिए रक्तदान कर कारगिल के शहीदों को नमन किया

अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मंगलवार, 26 जुलाई, 2016 को पूर्वांचल के 10 जिलों में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गयाl इस दौरान काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल से लेकर नौ अन्य जिला अस्पतालों के ब्लड बैंक में 882 युवाओं ने स्वैच्छिक रक्तदान कर शहीदों को नमन कियाl शहर और ग्रामीण क्षेत्र के पुरुषों और महिलाओं के अलावा उत्साही युवाओं से लेकर एनसीसी कैडेट्स और एनएसएस के स्वयंसेवक, सब के सब रक्तदान के लिए उमड़ पड़े और देश के लिए महादान में भागीदारी की।

रक्तदान के लिए पंजीकरण कराने वाले 152 लोग ब्लड बैंक में रक्त संग्रहण की क्षमता पूरी होने के कारण रक्तदान से वंचित रह गए। इन सब को जरूरत पड़ने पर रक्तदान के लिए बुलाया जाएगा। मऊ और आजमगढ़ में बारिश के बाद भी महादानियों के उत्साह में कमी नहीं रही। 

वाराणसी में रक्तदान-महादान का शिविर अमर उजाला फाउंडेशन और बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल ब्लड बैंक के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया। उद्घाटन ब्लड बैंक के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो. केके गुप्ता, इंचार्ज डॉ. एसके सिंह, डिप्टी एमएस डॉ. आनंद श्रीवास्तव और एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. पीके शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया। अस्पताल के डॉक्टर्स लाउंज में सुबह से ही महादानियों की लाइन लग गई। एनसीसी कैडेट, एनएसएस वालंटियर आईआईटी बीएचयू, महिला महाविद्यालय और कृषि विज्ञान संस्थान के छात्र-छात्राओं ने पूरे उत्साह से अपनी भागीदारी दर्ज कराई। इसके साथ ही कीर्तिमान स्थापित हो गया।

उधर, आजमगढ़ में सर्वाधिक 158 लोगों ने रक्तदान किया। सोनभद्र में में 59 रक्तदाता अपना संकल्प पूरा कर सके। रक्तदाताओं की संख्या इतनी बढ़ गई कि 32 लोगों को रिजर्व में रखा गया है। गाजीपुर में 92 लोगों ने रक्तदान किया। यहां 62 लोगों को रिजर्व में रखे गए हैं। भदोही में 48 लोगों ने रक्तदान किया, जबकि 28 अन्य रक्तदाताओं को भविष्य में जरूरत पड़ने पर इन्हें बुलाया जाएगा। चंदौली में 89 लोगों ने रक्तदान किया, वहीं ब्लड बैंक में जगह न होने के कारण कई लोगों से सहमति पत्र भरवा कर एक पखवारे बाद बुलाया गया है। मऊ में 89, मिर्जापुर में 69 और जौनपुर में 81 लोगों ने रक्तदान-महादान के अभियान में भागीदारी की। 

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