अमर उजाला फाउंडेशन एवं रक्त सेवक परिवार की ओर से रविवार, 23 जून, 2019 को कुरुक्षेत्र (शाहाबाद) के गांव बेरथली में एकदिवसीय स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गयाl इस दौरान 102 लोगों ने उत्साहपूर्वक स्वैच्छिक रक्तदान कियाl शिविर में रक्तदान करने वाले सभी रक्तदाताओं को अमर उजाला फाउंडेशन और ब्लड बैंक की टीम की ओर से डोनर कार्ड व प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देवेंद्र शर्मा ने लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रोत्साहित किया। देवेंद्र शर्मा ने अमर उजाला फाउंडेेशन के रक्तदान-महादान अभियान की सराहना की। शिविर में यमुनानगर स्थित स्वामी विवेकानंद ब्लड बैंक की टीम मौजूद रहीl डॉ. इवरीत कौर की निगरानी में सुरक्षित रक्तदान कराया गया। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन द्वारा इस तरह के आयोजनों से न केवल लोगों में जागरुकता आती है वहीं रक्तदताओं का भी उत्साहवर्धन होता है।
रक्त सेवक परिवार के प्रधान गगन चंडोक ने बताया कि रक्त सेवक परिवार द्वारा गांवों में जाकर गांववासियों को रक्तदान के लिए जागरूक करने की जो मुहिम चलाई जा रही है उसका असर अब दिखने लगा हैl आज के शिविर में 102 यूनिट रक्त एकत्रित करना परिवार की उपलब्धी को दिखाता है। इस शिविर में न केवल युवा आगे आए बल्कि महिलाओं एवं बुजुर्गों ने भी अपना रक्त देकर एक महान कार्य किया।
उन्होंने बताया कि गावों में लगाए गए पिछले 6 रक्तदान शिविरो में सबसे अधिक 84 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया था। चंडोक ने बताया कि शिविर में शिव शक्ति कमेटी बेरथली का विशेष सहयोग रहा। इस मौके पर शशी भूषण मित्तल, राममूर्ति शर्मा स्वामी, कुलवंत शर्मा, विजय कुमार, पंकज शर्मा, सोमांशु खुराना, संयम ठकराल, विकास कुमार जगविंदर सिंह, राजेश कुमार टोनी, अमित सिंगला, संदीप कुमार, विशाल कुमार, सुगम पिपलानी, योगेश गुप्ता, ललित अरोड़ा, जय नाथ पांडे, विकास सचदेवा, रामकुमार, गुरदेव सिंह लखमड़ी सहित ग्रामीण मौजूद थे।
रक्त सेवक परिवार के प्रधान गगन चंडोक ने अमर उजाला फाउंडेशन का जताया आभार - चंडोक ने कहा कि यदि बड़े-बड़े ग्रुप इस तरह समाजसेवा के कार्यों में आगे आएंगे तो निश्चित ही लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता उत्पन्न होगी। उन्होंने कहा गर्मी के मौसम में रक्त की भारी कमी है पंरतु रक्तदान शिविरों को आयोजन से न केवल रक्त की आपूर्ति होगी बल्कि युवाओं मेंं भी आगे आकर रक्तदान करने के लिए जोश आएगा।
जहां युवाओं में रक्तदान के लिए जागरूकता कम है वहीं दूसरी ओर 61 वर्षीय नछतरो देवी ने जब रक्तदान करने की इच्छा जताई तो डाक्टरों ने उन्हें ऑटोइम्युन रोग से ग्रसित होने के कारण खून लेने से मना कर दिया। 60 वर्षीय महमा सिंह ने कहा कि इबके वह पहली बार खून जरूर देवेगा - पहले तो महमा सिंह को डाक्टरों ने खून लेने से मना कर दिया क्योंकि उन्होंने पहले कभी खून नहीं दिया था। लेकिन महमा सिंह की जिद पर डाक्टरों ने उनके जज्बे को सलाम किया।