00 छात्रवृत्ति से दें अपने सपनों को उड़ान
छात्रवृत्ति से दें अपने सपनों को उड़ान

अगर आप भी पढ़-लिख कर अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं और इसमें कही आर्थिक परेशानी सामने आ रही है, तो घबराएं नहीं। अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति के माध्यम से आप अपने पंखों को उड़ान दे सकते हैं। इसके लिए आपको अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति परीक्षा का फॉर्म, फाउंडेशन की वेबसाइट https://foundation.amarujala.com/ या फिर अमर उजाला की वेबसाइट https://www.amarujala.com/ पर या फिर इस लिंक  https://www.amarujala.com/atul-maheshwari-chhatravritti-2019 पर जाकर भरना होगा।

फार्म में मांगी गई सभी जानकारियां देना अनिवार्य होगा। लिखित परीक्षा ऑनलाइन नहीं बल्कि विभिन्न शहरों में निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर होगी। फार्म भरते समय लिखित परीक्षा के लिए विद्यार्थी अपनी सुविधा अनुसार शहर का चयन कर सकेंगे। इसके लिए 52 शहरों का विकल्प फार्म में दिया गया है। पिछली बार की तरह ही इस बार नवीं और दसवीं के प्रादेशिक बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए 30-30 हजार रुपये की 18 छात्रवृत्तियां और 11वीं-12वीं के विद्यार्थियों के लिए 50-50 हजार रुपये की 18 छात्रवृत्तियां दी जाएंगी।

इस वर्ष की छात्रवृत्ति की परीक्षा में भाग लेने के लिए प्रादेशिक शिक्षा बोर्ड से नवीं से 12वीं कक्षा तक में पढ़ने वाले और पिछली वार्षिक परीक्षा में न्यूनतम 60 फीसदी अंक पाने वाले वे विद्यार्थी पात्र होंगे जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय डेढ़ लाख रुपये से कम हो। फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 31 अगस्त है। 

अमर उजाला फाउंडेशन, अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति से इनके हौसलों को मिली उड़ान

एयरफोर्स में ले रहा हूं ट्रेनिंग : विकास
मन था कि एनडीए में जाकर देश की सेवा करूं। लेकिन बागपत जिले के छोटे से गांव के मुझ जैसे आर्थिक परेशानी से जूझ रहे युवा के लिए यह एक सपना ही था। फिर अचानक से अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति का फर्म निकला और परीक्षा देकर छात्रवृत्ति हासिल की। फिर तो मानो सारा आसमान ही मेरी बाहों में आ गया हो। फिर मुझे अतुल माहेश्वरी विशेष छात्रवृत्ति के लिए भी चुना गया। अमर उजाला फाउंडेशन ने मेरी कोचिंग का सारा खर्चा उठाया और आज मैं बंगलूरू में एयरफोर्स में ट्रेनिंग ले रहा हूं। 

रिसर्च स्कॉलर बनना चाहती हू : मुस्कान
दसवीं में बहुत अच्छे अंक थे। डॉक्टर बनना चाहती थी। लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी। मन मारकर नॉन-मेडिकल में प्रवेश लिया। लेकिन बारहवीं में मुझे अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति का पता चला, परीक्षा दी और सफल हुई। फिर तो मेरे हौसलों को जैसे उड़ान मिल गया। इसके बाद फिर मुझे अतुल माहेश्वरी विशेष छात्रवृत्ति में जगह मिली। आज मैं फीजिक्स ऑनर्स कर रही हूं। सारा खर्च फाउंडेशन उठा रहा है। मैं रिसर्च स्कॉलर बनकर देश की सेवा करना चाहती हूं।

Share:

Related Articles:

0