अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से शनिवार, 1 जून, 2019 को गाजियाबाद के वसुंधरा, सेक्टर पांच स्थित ऑलिव काउंटी सोसायटी में पुलिस की चौपाल का आयोजन किया गयाl चौपाल में एएसपी अपर्णा गौतम ने सोसायटी के लोगों की समस्याएं सुनी और कहा कि सोसायटी में हर आने-जाने वाले पर नजर रखें। सिर्फ सिक्योरिटी गार्ड के भरोसे न रहें।
एएसपी अपर्णा गौतम का स्वागत नन्हें मुन्ने बच्चों दीतिका, अलीना व आद्विक ने बुके देकर स्वागत किया। एएसपी ने कहा सोसायटी में प्रत्येक आने वाली गाड़ी व व्यक्ति पर निगरानी रखें और क्रास चेक करें कि वह सोसायटी का व्यक्ति है भी या नहीं। सोसायटी में काम करने वाले कर्मचारियों का आरडब्ल्यूए के सहयोग से वेरिफिकेशन करें ताकि किसी भी तरह की घटना हो तो ऐसे लोगों को तलाशने में आसानी हो सके।
करीब एक घंटे तक चली पुलिस की चौपाल में स्थानीय लोगों ने सोसायटी व शहर की समस्याएं रखी। सोसायटी के सचिव दीपक सिंह ने सोसायटी के पीछे चैन स्नैचिंग की बढ़ती वारदात व अतिक्रमण की समस्या पुलिस प्रशासन के समक्ष रखी। कार्यक्रम में लोगों ने कई सवाल अपर्णा गौतम से किए, जिनका जवाब उन्होंने दिया।
कार्यक्रम के समापन पर सोसायटी अध्यक्ष एडवोकेट नीलम अग्रवाल ने कार्यक्रम कराने के लिए अमर उजाला टीम का धन्यवाद किया। समापन पर आईपीएस अपर्णा गौतम ने पुलिस की चौपाल में शामिल महिलाओं को गुलाब देकर सम्मानित किया।
लोगों के सवाल
- पुलिस प्रशासन की ओर से लोगों के लिए सेल्फ डिफेंस कैंप लगाए जाएं तो, लोगों को सीखने को मिलेगा। - मांगेराम तेवतिया
- आजकल अपराधी नंबर की बजाय एप से मैसेज व कॉल कर लोगों को परेशान करते हैं, ऐसे में बचाव की क्या व्यवस्था है।- अजय गौड़
- दिल्ली के तर्ज पर गाजियाबाद में भी मेड व सोसायटी कर्मचारियों के वैरीफिकेशन के लिए ऑनलाइन व्यवस्था होनी चाहिए। यहां वेरिफिकेशन कराने के लिए एसएसपी कार्यालय का चक्कर काटना पड़ता है। - जितेंद्र कश्यप
- दिल्ली व अन्य जगहों पर प्रति 5 किमी पर पुलिस तैनात रहती है जबकि गाजियाबाद में यह देखने को नहीं मिलता है। वहीं यहां शराब के ठेके के बाहर ही लोग भीड़ लगाकर शराब पीना शुरू कर देते हैं। जिससे आम लोगों खास तौर पर महिलाओं को परेशानी होती है। - सुनील यादव
- हमेशा पुलिस महिलाओं व पुरुषों के लिए सेल्फ डिफेंस का कैंप लगाती है जबकि बुजुर्गों के लिए यह ज्यादा जरूरी है। - सतीश
- पुलिस को अपने मुख्य नंबरों को आम जनता के लिए जारी करना चाहिए। स्कूलों के लिए भी इस तरह की गाइडलाइन हो ताकि वह वह बच्चों को जरूरी नंबर याद कराएं।- शालिनी शर्मा
- कई बार शिकायत दर्ज करने वालों के साथ ही पुलिस ऑफिसर गलत व्यवहार करते हैं मानों वही अइपराधी हो। ऐसे पुलिस वालों की शिकायत कहां करें। - इंदू अग्रवाल
- सोसायटी के साथ ही शहर के स्कूल कालेजों में फायर सेफ्टी की व्यवस्था का निरीक्षण कौन सुनिश्ति करता है। - राजेश अग्रवाल
एएसपी के जवाब
- सेल्फ डिफेंस क्लास पुलिस तो लगाती ही है अमर उजाला के माध्यम से भी सेल्फ डिफेंस की क्लस लगाई जाती है। जिसका लाभ आज लोग उठा सकते हैं।
- एप या इंटरनेट कालिंग से यदि कोई परेशान कर रहा है तो उसकी शिकायत साइबर सेल में करें। साइबर सेल के जरिए ऐसे लोगों की पहचान कर ली जाती है और फिर अपराधी को सजा दिलाई जाती है।
- ऑनलाइन वैरीफिकेशन के लिए यूपी कॉप के नाम से एप है, जिस पर वेरिफिकेशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है।
- पुलिस पेट्रोलिंग शहर में भी लगातार होती है, हमारे पास स्टाफ की कमी हैं। जिसकी डिमांड हम तो करते ही हैं, आम लोगों की डिमांड से हमारी डिमांड को बल मिलता है। जहां तक शराब के ठेके के बाहर शराब पीने की बात है, मैं खुद कई जगह छापेमारी कर चुकी हूं। आपको यदि कोई जगह ऐसी लगती है तो उसकी शिकायत कर सकते हैं, हम जांच करेंगे।
- सेल्फ डिफेंस केवल महिलाओं व बच्चों के लिए नहीं बल्कि यह हर एज ग्रुप के लिए होता है। हम बुजुर्गों को विशेष तौर पर एलर्ट करते हैं।
- अमर उजाला के माध्यम से ही स्कूलों में पुलिस की पाठशाला में हम इस बात पर विशेष ध्यान देते हैं कि बच्चों को प्रमुख मोबाइल नंबर याद रहे। हम स्कूल मैनेजमेंट को भी कहते हैं कि वह बच्चों को मुख्य नंबर जरूर याद कराएं।
- किसी भी चौकी व थाने में यदि कोई भी पुलिसकर्मी गलत व्यवहार करता है तो उसकी शिकायत सीनियर पुलिस ऑफिसर से की जा सकती है।
- फायर फाइटिंग सिस्टम की जांच वैशाली फायर स्टेशन के जरिए कराई जाती है। आपको अपने सोसायटी की जांच यदि करानी है तो यहां आवेदन कर सकते हैं।