अमर उजाला फाउंडेशन और आईटीएस डेंटल कॉलेज, ग्रेटर नोएडा के संयुक्त तत्वावधान में नोएडा के सेक्टर- 46 स्थित सामुदायिक भवन में आरडब्ल्यूए के सहयोग से एकदिवसीय निःशुल्क दंत एवं स्वास्थ्य परिक्षण शिविर का आयोजन किया गयाl दांतों की सेहत के प्रति जागरूक करने के लिए आयोजित इस शिविर में दंत चिकित्सकों ने बताया कि यदि आपका ब्रश करने का तरीका ठीक नहीं है तो आपके मसूड़ों से कभी भी खून आना शुरू हो सकता है। चूंकि ब्रश को दांतों जोर रगड़ना नहीं चाहिए। बल्कि ब्रश को धीरे-धीरे ऊपर-नीचे की ओर से दांतों पर घुमाया जाए। ब्रश करने का यही सही तरीका है। इससे आपके दांत स्वस्थ रहेंगे और चेहरे की मुस्कान को खूबसूरती मिलेगी। स्वस्थ दांत आपको कई तरह की परेशानियों से बचाते हैं।
इस दौरान शिविर में 51 लोगों ने दांतों की निःशुल्क जांच की गई साथ ही 22 लोगों को सिगरेट और तंबाकू छुड़ाने के लिए परामर्श के साथ टेबलेट्स भी निशुल्क दी। चिकित्सक डॉ. दीपाली ने बताया कि कई बार खाना खाकर या दूध पीकर अथवा कोई अन्य चीज खाकर सो जाते हैं और ब्रश नहीं करते हैं। यह सबसे छोटी लापरवाही है लेकिन यही सबसे बड़ी बीमारी का कारण बनती है। चूंकि यह कैविटी की समस्या को पैदा करती है और थोड़ी सी लापरवाही बरतने पर कई दांतों को खराब कर देती है।
डॉ. अमित ने बताया कि समय-समय पर देखरेख न करने और छोटी समस्या होने पर गौर न करना भी दांतों में कैविटी के साथ ही आकार, दांतों का घिसाव, अगल से दांत आने आदि की समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके लिए समय-समय पर जांच होनी चाहिए। डॉ: कृष्णा ने बताया कि दांतों की नियमित जांच और समय समय पर दांतों की सफाई कई परेशानियों से बचाती है। अक्सर लोग कई-कई साल तक दांतों की सफाई नहीं कराते हैं। जबकि हर तीन माह या छह माह में दांतों की सफाई जरूर करानी चाहिए। वहीं, शिविर में आई सेक्टर- 46 निवासी अनीत उपाध्याय का कहना है कि इस तरह के कैंप से लोगों को लाभ मिलता है। पहले तो घर के पास ही डॉक्टर मिल जाते हैं और अच्छा परामर्श और इलाज भी मिलता है।
आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष टीसी गौड़, राजीव अग्रवाल महासचिव, गिरीराज अग्रवाल उपाध्यक्ष,एस बब्बर कोषाध्यक्ष, नरेश कुच्छल, ओपी सैनी, सोहनलाल, के गणेश एके सब्ब्रवाल आदि ने अमर उजाला के निशुल्क कार्यक्रम को सराहा। साथ ही कहा कि इससे सेक्टरवासियों को लाभ मिला है। वही, फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा व सेक्टर- 82 अध्यक्ष योगेश शर्मा आदि मौजूद रहे। शिविर के दौरान डॉ.शिखा, सर्मिठा, शिवांगनी, श्रेया प्रधान, सिमरन, छत्रपाल, मोहम्मद सद्दाम और सुखवीर आदि ने लोगों की जांच की।