अमर उजाला फाउंडेशन एवं बाल चित्र समिति भारत के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार, 20, सितम्बर, 2019 को सहपऊ क्षेत्र के दो कॉलेजों में सैकड़ों विद्यार्थियों को बाल फिल्में दिखाई गई। फिल्म देखने के बाद विद्यार्थियों के चेहरे पर खुशी दिखाई दी। जेके इंटर कॉलेज तामसी में सुबह साढ़े आठ बजे छात्रों की मांग पर बाल फिल्म एक अजूबा दिखाई गई। फिल्म में दिखाया गया कि जादू टोना अथवा भगवान के सहारे पढ़ाई या अन्य कामों में सफलता नहीं मिल सकती। उसके लिए खुद मेहनत करनी पड़ती है। परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने हैं तो मन लगाकर पढ़ाई करनी होगी ।
श्री महावीर स्वामी जैन इंटर कॉलेज में बच्चों ने नानी मां बाल फिल्म दिखाई गई। फिल्म के माध्यम से संदेश दिया गया विपत्ति में कभी साहस नहीं खोना चाहिए। नानी मां जब डाकुओं के चंगुल में फंस जाती है तो वह अपनी अक्ल एवं साहस के कारण उनके कब्जे से बाहर निकल आती हैं। दोनों कॉलेज के अध्यापक विद्यार्थियों के साथ फिल्म देखते हुए अपनी बचपन की यादों में खो गए।
सहपऊ के पीहरा गांव में ग्रामीणों एवं बच्चों के अनुरोध पर बाल फिल्म अभय दिखाई गई। फिल्म के प्रारंभ में भूत-प्रेत के नाम से बच्चों को पहले डर लगा। फिल्म आगे बढ़ती रही तो बच्चों के दिल से डर निकलता गया। बाद में ग्रामीणों ने बताया कि इस प्रकार की फिल्में आना ही बंद हो गई हैं। इन फिल्मों से बच्चों के मन से भूत प्रेत आदि का डर निकल जाता है। समाज में फैला अंधविश्वास भी दूर होता है। इस मौके पर राजेन्द शर्मा, किताब सिंह, विवेक कुमार, रति राम, ओमवीर, राकेश शर्मा, रमेश चन्द्र, सुभाष, शैंकी, अनुज कुमार, नैतिक आदि मौजूद रहे।