वकील पिता की बेटी प्रतिभा की प्रतिभा दबी ही रह जाती अगर उसने जिद न ठानी होती। कुछ बनकर अपने माता-पिता का नाम रौशन करने की जिद ठाने प्रतिभा 12 किमी साइकिल चलाकर 12वीं क्लास की पढ़ाई के लिए अपने विद्यालय जाती है। श्रावस्ती के शाहपुर बरगदवा गांव की प्रतिभा स्टाफ नर्स बनना चाहती है। प्रतिभा के संकल्प और सवालों की वीडियो कथा बनाई है स्मार्ट बेटियां अभियान से जुड़ी इंटरनेट साथी मालती देवी ने।
अमर उजाला फाउंडेशन, यूनिसेफ, फ्रेंड, फिया फाउंडेशन और जे.एम.सी. के साझा अभियान स्मार्ट बेटियां के तहत श्रावस्ती और बलरामपुर जिले की 150 किशोरियों-लड़कियों को अपने मोबाइल फोन से बाल विवाह के खिलाफ काम करने वालों की ऐसी ही सच्ची और प्रेरक कहानियां बनाने का संक्षिप्त प्रशिक्षण दिया गया है। इन स्मार्ट बेटियों की भेजी कहानियों को ही हम यहां आपके सामने पेश कर रहे हैं।