00 बरेली के बीबीएल स्कूल में हुई पुलिस की पाठशाला
बरेली के बीबीएल स्कूल में हुई पुलिस की पाठशाला
अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से शुक्रवार, 19 फरवरी, 2016 को बरेली के बीबीएल स्कूल में पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गयाl पाठशाला में एसपी ट्रैफिक ओ.पी. यादव ने बच्चों को संबोधित करते हुए अपराध से बचने के उपाय बताए। उन्होंने बच्चों से कहा कि अपने अभिभावकों से पारदर्शिता रखें। कहां जा रहे हैं, किससे मिल रहे हैं, कौन-कौन दोस्त है, मोबाइल पर किससे-किससे बात करते हैं और फेसबुक में कौन-कौन फ्रेंड हैं। ये सारी बातें अपने अभिभावकों को जरूर बताएं, जिससे वो जान सकें कि उनके बच्चों के आसपास किस तरह के लोग हैं।
 
पुलिस की पाठशाला में आए एसपी ट्रैफिक ने बच्चों को यातायात नियमों के बारे में बताते हुए कहा कि जब तक ड्राइविंग लाइसेंस न बन जाए, बाइक न चलाएं। बाइक चलाते हुए बरतने वाली सावधानियां के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है। पुलिस आप लोगों के लिए ही है, लेकिन इसके साथ ही यह जरूरी है कि पुलिस भी आपके साथ अच्छा व्यवहार करे और आप भी पुलिस के साथ सलीके से पेश आएं। पुलिस में विश्वास रखने की बहुत जरूरत है। उन्होंने बच्चों को धैर्य, सहनशीलता, ईमानदार, मददगार होना जरूरी है। अगर ये गुण होंगे तो चाहे जिस क्षेत्र में रहें, अलग पहचान बनेगी। उन्होंने आगे बताया कि अगर ट्रैफिक की कोई गड़बड़ी दिखे तो ट्रैफिक पुलिस के फेसबुक, ट्विटर और वाट्सऐप नंबर पर शिकायत भेज सकते हैं।
 
इसके बाद सीओ सिटी स्नेहलता सिंह ने बताया कि किशोरावस्था की उम्र बहुत खतरनाक होती है। इसी उम्र में बिगड़ने के ख्याल आते हैं और यही उम्र कुछ बनने की भी होती है। इसलिए, जरूरी है कि हम अनुशासित रहें। जीवन के हर पक्ष में हर उम्र में अनुशासित रहने की जरूरत है। यह अनुशासन ही कामयाबी की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय परंपराओं और आधुनिकता के बीच कशमकश का समय है। उन्होंने इसके बाद आईपीसी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि गलत आदतें ही कानून में अपराध मानी गई हैं। छात्राओं को बताते हुए कहा कि उन्हें राह चलते, परिवार में, स्कूल में कहीं भी समस्या हो तो 1090 पर फोन करें। इसमें उनकी पहचान गोपनीय रखी जाती है। इसके साथ ही उन्होंने लोकल नंबर भी दिए। कहा कि इसके अलावा शक्ति, चीता मोबाइल भी लोगों की सुरक्षा के लिए लगाई है। उन्होंने आगे कहा कि खास बात यह है कि सिर्फ छात्राओं को ही नहीं, बल्कि छात्रों के साथ भी कोई यौन हमला होने पर पुलिस में शिकायत करें।
 
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य दीपक अग्रवाल ने बच्चों को पाठशाला का महत्व बताया और अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारियों को जीवन में पालन करने को प्रेरित किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों का आभार भी व्यक्त किया। संचालन आरएम सक्सेना ने किया। पुलिस पाठशाला के आयोजन में बीबीएल के शिक्षकों और कर्मचारियों का खास सहयोग रहा।
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