अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से शुक्रवार, 4 मार्च, 2016 को आगरा के होली पब्लिक स्कूल में ‘पुलिस की पाठशाला’ का आयोजन किया गया। पाठशाला में शिक्षक की भूमिका में मौजूद एसपी सिटी सुशील घुले ने छोटी-छोटी बातों पर मानसिक संतुलन न खोने, सोशल नेटवर्किंग पर प्राइवेसी रखने और पुलिस का मेसेंजर बनने जैसे ‘सूत्र’ बताए। साथ ही इससे बड़ी-बड़ी समस्याओं को हल करने का तरीका भी समझाया। एसपी ने विद्यार्थियों को समझाया कि वह अपने पड़ोसियों को जरूर जानें और उनकी गतिविधियों पर भी नजर रखें।
अभिभावकों को भी इस बात के लिए जागरूक करें। किसी की गतिविधि संदिग्ध लगे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। विद्यार्थी पुलिस के लिए मेसेंजर की भूमिका निभाएं तो तमाम अपराध रुक सकते हैं। अपराधी कहीं बाहर से नहीं आते, वह भी सोसाइटी का हिस्सा होते हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं से उनके भाई-बहनों की भी गतिविधि पर नजर रखने की सलाह दी। यदि उनकी गतिविधि ठीक न लगे तो टोकना चाहिए और माता-पिता को जानकारी देनी चाहिए। घर और स्कूल में बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखकर उसे अपराधी बनने से रोका जा सकता है।
विद्यालय के प्रबंधक संजय तोमर ने कहा कि कक्षा छह के विद्यार्थी अच्छा-बुरा समझने लगते हैं। इसलिए सोच-समझकर कोई कदम उठाना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को एसपी सिटी की बताई बातों को अमल में लाने के लिए प्रेरित किया। स्कूल की प्रिंसिपल राधा तोमर, प्रशासिका गीतिका नागर, आनंद शर्मा, रितु बिंद्रा, गरिमा खान, हर्षा शर्मा, मीनू, नितिन आदि ने पाठशाला को सफल बनाने में सहयोग प्रदान किया।
एसपी सिटी ने कहा कि आज की जनरेशन फास्ट है और एक्सपोजर भी खूब है। इतना ध्यान देने की जरूरत है कि ज्ञान का इस्तेमाल सकारात्मक दिशा में हो, नकारात्मक नहीं। खासतौर पर सोशल नेटवर्किंग साइट का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए। फेसबुक, ट्विटर आदि पर प्राइवेसी रखनी चाहिए।
मजबूत बनें, समाज को दिशा दें
सुशील घुले ने छात्रों को समझाया कि वह कल के नागरिक हैं, उनके व्यवहार से समाज का दिशा तय होगी, इसलिए मजबूत बनकर, सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। एग्जाम के बाद रिजल्ट मनमाफिक न होने पर और प्यार के चक्कर में सुसाइड आदि के बारे में नहीं सोचना चाहिए।
विद्यार्थियों ने भी आगे बढ़कर पूछे सवाल
एसपी सिटी ने पाठशाला का माहौल ऐसा बना दिया कि विद्यार्थी भी सवाल पूछने में पीछे नहीं रहे। कक्षा दस के छात्र समीर उस्मानी ने पूछा कि यदि घरवाले किसी और के मामले में पड़ने से रोकें तो क्या करना चाहिए। एसपी ने अभिभावकों को मोटिवेट करने की सलाह दी। कक्षा नौ की छात्रा श्रेष्ठा चौधरी ने पूछा कि यदि कोई फेसबुक पर फेक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता है तो क्या करना चाहिए। एसपी सिटी ने जवाब दिया कि यदि आप किसी को अच्छे से जानते हों तो ही रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट करें।
 

 
			     
			    