बरेली। अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से सोमवार को गांव रजऊ परसपुर में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में 408 लोग इलाज कराने पहुंचे। इनमें अधिकांश लोग ऐसे निकले जिन्हें एक से ज्यादा बीमारियां थीं। अलग-अलग डॉक्टरों ने उनकी जांच की। डॉक्टरों की सलाह पर 23 लोगों के खून की भी जांचें की गईं। इनमें 11 लोग एनीमिया के शिकार निकले। शिविर में आए सभी मरीजों को मुफ्त दवाइयां भी दी गई।
रजऊ परसपुर गांव के जूनियर हाईस्कूल में स्वास्थ्य शिविर सुबह दस बजे शुरू हुआ। रजिस्ट्रेशन इससे एक घंटा पहले नौ बजे से ही शुरू कर दिए गए थे। दोपहर 12 बजे तक महिला और पुरुषों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। लोगों को अपना नंबर के लिए इंतजार करना पड़ा। लोगों को उनकी बीमारी के हिसाब से विशेषज्ञ डॉक्टरों को दिखाया गया। जिन लोगों को एक से ज्यादा बीमारी थीं उन्होंने अलग-अलग डॉक्टरों से सलाह ली। स्वास्थ्य शिविर दोपहर बाद ढाई बजे तक चला।
इस दौरान विशेषज्ञ ने गांव वालों को दिए स्वस्थ रहने के दस टिप्स-
1. इंडिया मार्का हैंडपंप का पानी पिएं।
2. घर के नल का बोरिंग गहरा कराएं।
3. नल का पानी पिएं तो उबालकर छान लें।
4. खाना खाने से पहले हाथ सही से धो लें।
5. खाने-पीने की चीजें ढककर रखें।
6. घर और आसपास सफाई का ध्यान रखें।
7. बीमारी होने पर तत्काल डॉक्टर को दिखाएं।
8. महिलाओं के प्रसव अस्पताल में ही कराएं।
9. बच्चों और प्रसूताओं को समय पर टीके लगवाएं।
10. बच्चों की सामान्य बीमारियों पर भी नजर रखें।
स्कूली बच्चों ने भी कराया चेकअप रजऊ निवासी छठी कक्षा का छात्र धीर सिंह सिर दर्द से परेशान था। उसने कैंप में रजिस्ट्रेशन कराकर डॉक्टर को दिखाया। उसके अलावा स्कूल के तमाम बच्चों ने अपना चेकअप कराया। दूसरे गांवों के भी लोग पहुंचे अमर उजाला फाउंडेशन के हेल्थ कैंप में जमकर भीड़ उमड़ी। सभी को मुफ्त और बेहतर इलाज मिला तो उन्होंने शुक्रिया भी अदा किया। दूसरे गांवों के परिवार भी दवा लेने यहां पहुंचे। रजऊ में त्वचा-आंखों के रोगी ज्यादा रजऊ परसपुर गांव में त्वचा और आंखों के रोगी ज्यादा है। डॉ. मनमोहन सक्सेना ने 220 मरीज देखे, इनमें अधिकांश को अन्य बीमारियों के साथ त्वचा रोग भी था। आई सर्जन डॉ. वर्षा ने करीब 80 मरीज देखे, जिनमें कइयों की आंखों में मोतियाबिंद निकला। सथरापुर से सुखवीर, उनकी मां नन्ही और छोटे भाई की पत्नी मधु समेत पूरा परिवार शिविर में दवा लेने पहुंचा। इन सभी को त्वचा रोग था। मधु के शरीर पर चकत्ते भी हैं। डॉ. सुधांशु मोहन ने सभी का परीक्षण किया, जिसके बाद मुफ्त दवा दी गई। अमर उजाला ने जगाई आशा की किरण रजऊ गांव की प्रधान किरन यादव के पति चंचल यादव ने कहा कि अमर उजाला फाउंडेशन ने गांव में आशा की नई किरण जगाई है। इस कैंप से उन लोगों को काफी राहत मिली है जो त्वचा और आंखों की बीमारियों से जूझ रहे थे। अब जिनको आगे इलाज की जरूरत होगी वे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाएंगे। दिक्कत होने के बावजूद लोग खून की जांच नहीं करा पा रहे थे। अमर उजाला फाउंडेशन ने खून की मुफ्त जांच कराकर उनकी बड़ी समस्या हल कर दी।