देहरादून। अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से आयोजित पुलिस पाठशाला में छात्र-छात्राओं को ट्रैफिक नियमों का ज्ञान कराया गया। बताया गया नियमों की अनदेखी किस तरह जिंदगी पर भारी पड़ रही है। एसपी ट्रैफिक धीरेंद्र गुंज्याल ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस बच्चों को ब्रांड एंबेसडर मानती है, क्याेंकि उनके जरिए अभिभावकों को जागरूक किया जा सकता है।
बाईपास स्थित सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में आयोजित पुलिस की पाठशाला में कक्षा नौ से इंटर तक के छात्र-छात्राओं को डैमो के जरिये ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई। पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक धीरेंद्र गुंज्याल ने बच्चों से ट्रैफिक नियमों के सवाल किए। छात्र-छात्राओं ने भी बेबाकी से जवाब दिए। दुपहिया, चौपहिया वाहनों में हेलमेट और सीट बेल्ट की महत्ता बताई। उन्हाेंने कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट में नियमों का उल्लंघन करने पर तीन से एक साल तक की सजा का प्रावधान है। दुर्भाग्य की बात यह है कि तमाम जागरूकता के बाद हर साल एक लाख 40 हजार हादसों में जान गवां रहे हैं। रेस ड्राइविंग, मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने, हेलमेट न लगाने, नशे में वाहन चलाने आदि से हादसे बढ़ रहे हैं। उन्हाेंने बच्चों को शपथ दिलाई कि वो तो नियम का पालन करेंगे ही, अभिभावकों को भी जागरूक करेंगे।
सीओ सिटी मनोज कत्याल ने साइबर अपराधों के प्रति सचेत किया। फेसबुक और व्हाट्सएप का प्रयोग करते समय बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी। छात्राओं को कोई परेशान करता है तो उसकी शिकायत तत्काल दर्ज कराएं। उन्हाेंने नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जताई। अमर उजाला की तरफ से एचआर शंशाक अग्रवाल ने आभार जताया। स्कूल की प्रोग्राम इंचार्ज मिस अपराजिता रावत के संचालन में हुई पाठशाला में स्कूल की सीनियर कोआर्डिनेटर अलका राणा, जूनियर कोआर्डिनेटर मंजू ममगई, गिरीश चमोली, सीमा चड्ढा, योगेंद्र कुमार, निशा गुप्ता, दीप शिखा शर्मा, जसप्रीत कौर, मधु मालती शर्मा, पूजा मौजूद थे।
पुलिस की पाठशाला में छात्र-छात्राओं ने हस्ताक्षर कर ट्रैफिक नियमाें का पालन करने की शपथ ली। सभी ने अपने परिजनों को भी ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने की बात कही। ताकि हादसों में अंकुश लग सके।