लखनऊ। रक्तदान कर महादानी बनने का सफर रविवार को भी जारी रहा। सोमवार,11.अप्रैल को अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से आशियाना के डी-ब्लॉक स्थित कमेटी हॉल में यूनिक फाउंडेशन से जुड़े युवाओं ने रक्तदान कर मरीजों की जिंदगी बनाने का संकल्प लिया। रक्तदान करने वाले सभी रक्तदाताओं को अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से प्रतीक चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
लोहिया अस्पताल के ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग की टीम ने रक्तदान कराया। महादानी बने युवाओं ने शपथ ली की वो अब हर तीन महीने में रक्तदान करेंगे और अभियान से जुड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे ताकि कभी खून की कमी न आए। लोहिया अस्पातल के ब्लड बैंक के डॉ. एएस त्रिपाठी ने युवाओं को रक्तदान के फायदे समझाए और नियमित रक्तदान के लिए प्रेरित किया।
यूनीक फाउंडेशन की ओर से शैलेंद्र कुमार राठौर, शुभम, राय, शैलेंद्र सिंह, सरोज वर्मा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे। तीसरी बार मिला मौका हर व्यक्ति को एक बार रक्तदान जरूर करना चाहिए। एक बार रक्तदान करने के बाद जो खुशी और भाव मन में आते हैं उसकी कोई तुलना नहीं। रक्तदान किसी को नई जिंदगी देने के बराबर है। हर युवा को रक्तदान करना चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ी भी बगैर डर अभियान से जुड़ सके। व्रत में भी किया रक्तदान रक्तदान कर महादानी बनने का मौका पहली बार मिला तो व्रत में भी रक्तदान किया। फलाहार के बाद डॉक्टरों से राय ली और अपनी इच्छा पूरी की। हर व्यक्ति को नियमित रक्तदान करना चाहिए। महिलाओं को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए जिससे रक्त का संकट कभी न हो।