अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से 24 फरवरी, 2016 को उरई (जालौन) के झांसी रोड स्थित एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल में पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गया। पाठशाला में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद पुलिस अधीक्षक एन. कोलांचि ने बच्चाें को बेहतर समाज के निर्माण में पुलिस की भूमिका, कानूनों की पालना और इसमें छात्रों और समाज के सहयोग विषय बच्चों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने डायल- 100 और वूमेन पॉवर लाइन- 1090 की कार्यप्रणाली और उपयोगिता के बारे में भी विस्तार से बताया।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आज पुलिस और आम लोगों के बीच एक संवादहीनता की स्थिति है जिसे पाटने की जरूरत है। एक अच्छे समाज के निर्माण के लिए जरूरी है कि पुलिस और समाज दोनों एक दूसरे के साथ मिलकर काम करें। बच्चों से कहा कि अपराध का पता चलने पर इसकी जानकारी सीधे पुलिस को दें। यदि पुलिस न सुने तो 100 नंबर पर सूचना दे सकते हैं। इसके अलावा सीधे पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत कर सकते हैं। इस दौरान एसपी ने बच्चों के सवालाें का भी जवाब दिया। कक्षा नौ की एक छात्रा आंचल दूरवार ने पूछा कि थानों का माहौल इतना खराब क्यों है कि कोई भी महिला वहां जाने से डरती है। इस पर एसपी ने कहा कि समाज में जागरूकता की कमी है। लोग अपने अधिकारों को नहीं जानते। कहा कि वे कोशिश कर रहे हैं। जल्द ही थानों में बेहतर माहौल दिखेगा।
नौवीं के छात्र अनुज कुमार ने पूछा कि क्यों नेताओं और अन्य अधिकारियों को ट्रैफिक पुलिस नहीं छेड़ती जबकि आम लोगों को परेशान करती है। एसपी ने कहा कि आगे ऐसा नहीं होने वाला। पुलिस अब ऐसा माहौल तैयार कर रही है जिसमें चौराहों के सिगनल और जाम की स्थिति में एसपी की भी गाड़ी को इंतजार करना होगा। पुलिस भी अब नियम कायदों को मानेगी। अगले चार पांच दिनों में जिले का हर बाइक सवार पुलिस कर्मी हेलमेट लगाए दिखाई देगा। छात्र मोहित मिश्रा ने पूछा कि थानों में पुलिस शिकायतकर्ता से ही मारपीट शुरू कर देती है। इस पर एसपी ने कहा कि यदि कोई पुलिस कर्मी ऐसा करता है तो सौ नंबर पर उस पुलिस कर्मी की शिकायत करें। उन्होंने आकस्मिक शिकायत नंबर 100 नंबर, वूमेन हेल्प लाइन 1090, फायर ब्रिगेड 101, एंबुलेंस 108 नंबराें की भी जानकारी दी। इस दौरान राधिका गुप्ता, प्रज्ञा सक्सेना, शिवानी, समीक्षा, वैष्णवी द्विवेदी, उत्कर्ष तिवारी, नितिन श्रीवास्तव, अभय, अमन ने भी कई सवाल पूछे।
इसके पूर्व विद्यालय की प्रधानाचार्या सीमा श्रीखंडे ने एसपी एन कोलांचि को पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका अभिवादन किया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे स्कूल के प्रबंधक अजय इटौरिया ने कहा कि पुलिस के आला अधिकारियों को अपने बीच पाकर बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा है। कार्यक्रम के अंत में अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से एसपी एन कोलांचि का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में शिक्षिका दात्रा रचना, अर्चना, मेघा सहित अन्य कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
थानों में लगेगी पुलिस की पाठशाला:
अमर उजाला फाउंडेशन के कार्यक्रम में एसपी एन कोलांचि ने घोषणा की कि छात्र-छात्राओं के मन से पुलिस का डर निकालने के लिए अब आगे से थानों में पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान पुलिस की कार्यशैली, उनके हथियारों के विषय में जानकारी, विभिन्न नियम कायदों से भी उन्हें परिचित कराया जाएगा।
बच्ची बोली आईपीएस बनूंगी:
पुलिस की पाठशाला में आए बच्चे एसपी एन कोलांचि से काफी प्रभावित दिखे। स्कूल की छात्रा आंचल दूरवार से एसपी ने जब पूछा कि क्या बनोगी तो उन्होंने कहा, उनकी तरह ही आईपीएस अधिकारी। इस पर एसपी ने कहा कि आपको जरूर पुलिस सेवा में आना चाहिए। यहां अच्छे लोगों की जरूरत है।